नई दिल्ली: वायुसेना के ग्रुप कैप्टन को खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए ग्रुप कैप्टन का नाम अरुण मारवाह है. अरुण मारवाह को ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरप्तार किया गया है.


मारवाह पर आरोप है कि उन्हें हनीट्रैप के जरिए फंसाया गया और खुफिया जानकारियां निकलवाईं गईं. आरोप है कि अरुण मारवाह ने वायुसेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दीं.


ग्रुप कैप्टन मारवाह पर आरोप है कि वो कई महीनों से आईएसआई की महिला एजेंट्स के साथ सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे. अरुण मारवाह को 5 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है.


मारवाह वायुसेना हेडक्वार्टर में ले गए थे फोन
अरुण मारवाह पर ये भी आरोप है कि उन्होंने एयरफोर्स हेडक्वार्टर में अपना फोन लेकर जाते थे, जो कि अनधिकृत फोन था. बता दें कि एयरफोर्स के अधिकारियों को विशेष फोन दिए जाते हैं.


उन्हें बाहर के सामान्य फोन इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती है. माना जा रहा है कि अरुण मारवाह इसी फोन के जरिए जानकारी इकट्ठी करते थे और सोशल मीडिया के जरिए आईएसआई के एजेंट को दे रहे थे.


किरण रंधावा नाम के फेसबुक अकाउंट पर शेयर किए दस्तावेज
सूत्रों के मुताबिक ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह दिसंबर में त्रिवेंद्रम गया था. वहां पर इसके फेसबुक मेसेंजर पर एक पुराने एयरफोर्स कर्मी के ज़रिए किरण रंधावा नाम की एक आईडी से इनवाइट आया. इससे चैटिंग शुरू हुई, वीडियो और फोटो भी शेयर हुए.


अरुण मारवाह का कहना है कि मैंने कुछ गोपनीय दस्तावेज़ मेसेंजर पर ही किरण रंधावा को भेजे. एक दूसरी आईडी से भी संपर्क में था, उस पर महिमा लिखा हुआ है, इसे भी दस्तावेज़ भेजे. अभी तक पूछताछ में बताया है कि न तो लड़की से मिला हूं न ही कुछ पैसा लिया. अरुण मारवाह का बेटा भी एयरफोर्स में है.


हनीट्रैप में कैसे फंसा अरुण मारवाह?
ISI एजेंट ने लड़की बनकर ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह से संपर्क किया. दोनों के बीच फोन पर लगातार चैटिंग होने लगी, दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे. अपने जाल में फंसाने के बाद ISI एजेंट ने गोपनीय दस्तावेज की मांग की. आरोप है कि मारवाह ने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया करा दिए.


कौन-कौन से दस्तावेज ISI को मुहैया कराए गए, जांच हो रही है. एयरफोर्स ने इंटरनल जानकारी के आधार पर जांच के आदेश दिए. हनीट्रैप की पुष्टि होने पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मारवाह को गिरफ्तार कर लिया.


क्या होता है हनीट्रैप?
हनीट्रैप जासूसी का एक तरीका है. खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. खूबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल कर किसी शख्स से राज उगलवाए जाते हैं. वीडियो, तस्वीर या मैसेज के जरिए भी ब्लैकमेल किया जाता है.