सूरत: सूरत में आठ साल की बच्ची के साथ रेप मामले में आध्र प्रदेश के एक परिवार ने दावा किया है कि नाबालिग उसकी बेटी है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दावों के आधार पर परिवार के एक सदस्य का डीएनए जांच के लिए भेजा गया है.
सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा , ‘‘आंध्र प्रदेश के एक व्यक्ति ने अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ हमसे संपर्क किया और दावा किया कि छह अप्रैल को जिस लड़की का शव मिला था, वह उसकी बेटी है. उसने कहा कि वह पिछले साल अक्टूबर में लापता हो गई थी.’’
शर्मा ने कहा , ‘‘उस व्यक्ति ने कहा कि उसका दावा इस तथ्य पर आधारित है कि उसकी लापता बेटी का फोटो पीड़िता से मेल खा रहा था. उसने अपनी लापता बेटी का आधार कार्ड दिया. हम इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि पीड़िता उसकी बेटी है. इसलिये , दावे की पुष्टि के लिये हम उनके डीएनए नमूने का मिलान करेंगे.’’
आपको बता दें कि गुजरात के सूरत में 6 अप्रैल को आठ वर्षीय एक बच्ची की लाश मिली थी. करीब 11 साल की इस बच्ची के शरीर पर चोट के 86 निशान थे. इस मामले में न तो बच्ची की शिनाख्त हो पाई है और न ही गुनहगार का.
पुलिस को अंदेशा है कि बच्ची पश्चि बंगाल या उड़ीसा की हो सकती है इसलिए पुलिस ने बंगाली और उड़िया समेत 5 भाषाओं में 1200 पोस्टर पूरे शहर में लगाए हैं. बच्ची की शिनाख्त के लिए सूरत के साड़ी व्यापारी भी आगे आए हैं. वह साड़ियों के पैकिंग में बच्ची की तस्वीर और पुलिस हेल्पलाइन नंबर भेज रहे हैं.