महाराष्ट्र: ठाणे क्राइम ब्रांच की गिरफ़्त में दो ऐसे शातिर आए हैं जिन्होंने महाराष्ट्र के एक राजनेता से झूठ बोलकर पैसे हासिल करने की साजिश रची थी. दोनों ने राजनेता का मोबाइल नंबर उनके कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए होर्डिंग से हासिल किया और राजनेता के सामने झूठी कहानी रची की उनकी बेटी के दोनों लड़कों से अनैतिक संबंध थे.

उनका कहना था कि अगर उन्हें पांच लाख रुपए नहीं दिए गए तो उनके पास लड़की के कुछ अश्लील विडीयो हैं जो वो वायरल कर देंगे. राजनेता ने फ़ौरन पुलिस में शिकायत की और पुलिस दोनों को रायगढ़ के रोहा इलाक़े से गिरफ्तार कर लिया.

सेल्फ़ प्रमोशन, पार्टी प्रमोशन और लोगों के बीच चर्चा में बने रहने के लिए हर राजनेता इस तरह के होर्डिंग अपने अपने इलाक़े में लगाता है. त्योहार, जन्मदिन, पार्टी की रैली, आंदोलन या किसी भी तरह के सामाजिक कार्यक्रम को लोगों तक पहुंचाने के लिए राजनेता इन होर्डिंग और बैनर का सहारा लेते हैं.

जनता की नज़र इन होर्डिंगस पर पड़ती ज़रूर है लेकिन कभी कभी ये नज़र बुरी सोच में तब्दील हो जाती है, और अपने प्रचार प्रसार के लिए लगाए ये होर्डिंग मुसीबत बन जाते हैं. कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र की एक बड़ी राजनीतिक पार्टी के एक नेता के साथ हुआ. नेताजी ने अपने इलाक़े में हो रहे है एक कार्यक्रम का विज्ञापन होर्डिंग अपने परिसर में जगह जगह लगाए और साथ में उसमें अपना फ़ोन नंबर भी छाप दिया. बस फिर क्या था उन्हीं के इलाक़े में रहने वाले सुशांत तेलंगे, शुभम गोले नाम के दो शातिरों ने नेताजी से पैसे निकालने के लिए एक प्लान बनाया.

दोनों नेताजी को जानते थे. दोनों ने उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ही ये प्लान बनाया. इन दोनों शातिरों ने जब उन्हें बताया कि उनकी बेटी के शादी से पहले इन दोनों के साथ संबंध थे. तब उन्होंने अपनी बेटी के साथ बातचीत की. बेटी ने इस तरह के किसी भी इंसान को जानने से इंकार कर दिया. राजनेता ने फिर पुलिस में इसकी शिकायत की. दोनों ठगों ने उनसे पांच लाख रुपए की मांग की थी और जैसे ही दोनों ढाई लाख रुपए की पहली किश्त लेने रायगढ़ के रोहा पहुंचे पुलिस ने उन्हें मौक़े से गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस का कहना है कि इस तरह अपने फ़ोन नंबर, पते या दूसरी निजी जानकारी सार्वजनिक मंच पर देना कई बार ख़तरानक साबित हो सकता है इसीलिए अपनी निजी ज़िंदगी को निजी रखकर इस तरह की मुसीबतों से दूर रहें.