नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में एक दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दंपति ने अपनी दो बेटियों का हत्या काले जादू के चक्कर में कर दी. अदालत ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. इस घटना के बाद से इलाके में कोहराम मचा हुआ है.


एम. पुरुषोत्तम नायडू स्थानीय राजकीय विद्यालय में वाइस प्रिंसिपल थे और उनकी गणित में गोल्डमेडलिस्ट पत्नी बच्चों को आईआईटी की तैयारी करवाती थी. रविवार को यह घटना हुई और इसके बाद से ही पुलिस, दंपति से पूछताछ कर रही थी क्योंकि हत्या का सही कारण पुलिस को नहीं मिल रहा था.


दोनों बेटियों के नाम अलेख्या और साई दिव्या था. अलेख्या फॉरेस्ट मैनेजमेंट में पीजी कर रही थी जबकि दिव्या एमबीए करने के बाद चेन्नई में संगीत सीख रही थी. पड़ोसियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पति-पत्नी कुछ अजीब से ही पूजा कर रहे थे. लोगों से वे बातचीत भी कम कर रहे थे.


पुलिस का कहना है कि महिला को जब मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया जा रहा था तो उसने हंगामा खड़ा कर दिया. बकौल पुलिस वह खुद को भगवान शिव का अंश बता रही थी और कह रही थी कि उसके गले में विश है. ऐसे में कोई मेडिकल टेस्ट या कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है.


वह कह रही थी उसका काम हो गया है. शिव आ चके हैं और वह ही शिव है. पुलिस के अनुसार उसने अस्पताल में जाने से मना कर दिया और फिर डाक्टरों ने पुलिस वैन में ही आकर उसके सेंपल लिए. इसके बाद कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया.


इससे पहले सोमवार को दोनों बेटियों का शव बरामद किया गया था. स्थानीय श्मशान पर उनका अंतिम संस्कार भी किया गया. इधर, नायडू ने मुखाग्नि दी और अफसोस जताते हुए कहा कि उन लोगों ने बिना मतलब के ही बेटियों को मार डाला. अब उनको जीने का कोई हक नहीं.


पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी पड़ोंसियों और रिश्तेदारों से बात की जा रही है. साथ ही यह भी जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वो कौन सी पूजा करना चाह रहे थे. महिला की बातें और हरकतें ऐसी हैं कि वह अभी पूछताछ की हालत में नहीं आ पा रही है.


यह भी पढ़ें: 


शादी से 24 घंटे पहले बहन को मारी गोली, 'प्रेम संबंध' से नाराज था भाई


63 की उम्र में 7वीं शादी की तैयारी, साथ सोई नहीं तो 6वीं पत्नी को छोड़ा