नई दिल्ली: चोर पुलिस के खेल में चोर, पुलिस से आगे निकलते दिख रहे हैं. वाहन चोर पुलिस को लगातार चुनौती दे रहे हैं. देश की राजधानी वाहन चोरों के लिए सबसे मुफीद जगह बनती जा रही है. देश के विभिन्न राज्यों से वाहन चोर दिल्ली में मंहगी गाड़ी चुराने के लिए आ रहे है.


कितनी ही मंहगी गाड़ी खरीद लें, लेकिन चोरों के लिए इन गाड़ियों को चुराना बांये हाथ का खेल है. पहले जहां ये चोर स्क्रू की मदद से मंहगी गाड़ियों के ताले तोड़ते थे वहीं अब ये चोर हाईटेक हो चुके हैं. बाजार में कुछ ऐसी डिवाइस मौजूद हैं जिनकी सहायता से ये चोर लग्जरी और मंहगी गाड़ी को पलक झपकते ही चोरी कर लेते हैं.


दिल्ली: स्पा सेंटर की आड़ में करते थे एटीएम कार्ड की क्लोनिंग, 500 कार्ड्स से 25 लाख रुपये निकाले


हाल ही में उत्तर प्रदेश और दिल्ली में ऐसे चोर पुलिस के हाथ आए हैं जिन्होंने इसका खुलासा किया है. वाहन चुराने के लिए ये चोर अपनी सहूलियत के मुताबिक मेरठ, गुडगांव, आगरा और नोएडा से विशेष तरह के औजार और डिवाइस बनवा कर दिल्ली में वाहनों को चुराने में इस्तेमाल करते हैं. इन चोरों के निशाने पर सिर्फ मंहगी कार, एसयूवी और सेडान कारें ही नहीं हैं, इनके निशाने पर मंहगी बाइकें भी हैं.



प्रतीकात्मक तस्वीर

CBI ने प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर को किया गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए पीएमओ के फर्जी लेटर का किया था इस्तेमाल


चोरी के वाहनों का बाजार हर साल तेजी से बढ़ रहा है. ये बाजार 200 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का बताया जाता है. पेशेवर चोर इस काम को बेहद सिस्टम से करते हैं, वाहन चोरी करने से लेकर उसे बेचने के लिए अलग अलग लोग होते हैं जो अपने अपने काम को अंजाम देते हैं. यह एक संगठित अपराध है. वाहन चोरी की घटनाओं को रोकने को लेकर पुलिस का कहना है कि इन चोरों को पकड़ने के लिए उसने रणनीति बनाई है. क्राईम ब्रांच को अलग से जिम्मेदारी दी गई है.


दिल्ली में वाहन चोरी की घटनाओं में वृद्धि हुई है. चोर हर दिन नई तकनीक का इस्तेमाल कर वाहन चोरी कर रहे हैं. वाहन चोर एक संगठित गिरोह की तरह चोरी के अपराध को अंजाम दे रहे हैं.


गुरुग्राम: रहस्यमय परिस्थितियों में महिला डॉक्टर की मौत, पिता ने ससुराल वालों पर आरोप लगाया