Drug Cartel: दाऊद इब्राहिम के लिए करते थे काम, मुंबई एयरपोर्ट से तीन कस्टम क्लीयरिंग एजेंट गिरफ्तार
Dawood Ibrahim Drug Cartel: एंटी एक्स्टोर्शन सेल के पुलिस अधिकारियों ने अंधेरी की एक कुरिअर कंपनी में छापा मारा था और 8 करोड़ रुपये के करीबन कीमत की केटामाइन नामक ड्रग्स बरामद किया था.
Dawood Ibrahim Drug Cartel: मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एकस्टोर्शन सेल ने यूरोप, अमेरिका और UAE में ड्रग्स भेजने वाले एक ड्रग कार्टेल के साथ कथित रूप से मिलीभगत करने के आरोप में मुंबई एयरपोर्ट के तीन कस्टम क्लीयरिंग एजेंटों को गिरफ्तार किया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, गिरोह के संबंध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी ड्रग लॉर्ड कैलाश राजपूत से हैं.
सूत्रों ने बताया की राजपूत को हाल ही में क्राइम ब्रांच की तरफ से दी गई जानकारी के आधार पर आयरलैंड में हिरासत में लिया गया था और उसका प्रत्यर्पण (एक्स्ट्राडिशन) किया जाना है. पुलिस को जांच में यह भी पता चला की उसका गुर्गा दानिश मुल्ला अब दुबई से गिरोह का संचालन कर रहा है. राजपूत की गिरफ्तारी के बाद से, यह पहली खेप थी जो मुंबई एयरपोर्ट से यूरोप और UAE जा रही थी.
छापेमारी में हुआ था करोड़ों का ड्रग्स बरामद
आपको बता दें की एंटी एक्स्टोर्शन सेल के पुलिस अधिकारियों ने एंटी नारकोटिक के DCP दत्ता नालावाड़े की सुपरवीज़न में अंधेरी के एक कुरिअर कंपनी में छापा मारा था और 8 करोड़ रुपये के करीबन कीमत की केटामाइन नामक ड्रग्स बरामद किया था इसके अलावा क्राइम ब्रांच को वहां से बैन किया हुआ सेक्शुअल परफॉर्मन्स इंहाइन्समेंट टेबलेट भी बरामद किया था जिसे यूरोप और UAE भेजा जाना था. एक अधिकारी ने बताया कि इन्हें पता था कि ये ड्रग्स भारत एक्सपोर्ट किया जा रहा है. इसके बावजूद इन लोगों ने इस संदर्भ में एजेंसियों को जानकारी नहीं दी. पुलिस ने जिन कस्टम एजेंट को गिरफ़्तार किया है उनके नाम अभय जड़ाये, बाबसाहब काकड़े और शीतेश पवार है. ये पूरा ड्रग्स माफिया ड्रग्स दवाई और खाने पीने के सामान के नाम पर विदेशों में भेजा करते थे.
अंडरवर्ल्ड लिंक की हो रही जांच
इस मामले में कस्टम विभाग के अधिकारी भी क्राइम ब्रांच की रेडार पर है, AEC ने जिन तीन लोगों के खिलाफ LOC जारी किया है उसमे से एक मुल्ला भी है जो की किसी अज्ञात जगह पर ड्रग्स बनाता है जिसे पहले कुरिअर के ज़रिये मुंबई लाया जाता था और फिर यहां से दूसरे कुरिअर के माध्यम से विदेशों में भेजा जाता था. एक अधिकारी ने बताया है कि कैलाश राजपूत का नाम सामने आया इसकी वजह से हम इनके कामकाज में अंडरवर्ल्ड के संभवतः लिंक को भी जांच रहे हैं. क्योंकि कैलाश और अंडरवर्ल्ड में काफी नजदीकियां हैं.