नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में 'मॉब लिंचिंग' का नया मामला सामने है. दिल्ली के उत्तर नगर इलाके में बैटरी चोरी के शक में भीड़ ने तीन लोगों को बुरी तरह पीटा, इसमें एक की मौत हो गई है. मृतक अविनाश सक्सेना ऑटो ड्राइवर था, जो अपने पीछे दो मासूम बच्चे और बूढ़े माता पिता को छोड़ गया. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज करके एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है.


मामला दरअसल शनिवार की सुबह 4 बजे का है, जब मृतक अविनाश के ऑटो में दो शख्स सवार हुए. इन दोनों ने कहा कि इन्हें मोहन गार्डन से कुछ सामान उठाना है. वहां पहुंचकर अविनाश ऑटो से उतरकर पेशाब करने चला गया. ऑटो के पास लौटा तो देखा दोनों सवारियां कुछ बैटरी रखकर गए हैं. और कुछ लोगों की भीड़ चली आ रही.


दरअसल में ऑटों में सवार हुए दोनो शख्स जिनकी पहचान मुन्नीपाल और सूरज यादव के रूप में हुई है. दोनों ही पेशेवर अपराधी हैं और बैटरी चोरी करके ऑटो में रख रहे थे. चोरों की आहट पाते ही इलाके के कुछ लोग जग गए और इन दोनों चोरों की पिटाई शुरू कर दी. अपनी जान बचाने के लिए चोरों ने भीड़ को झूठ बोलते हुए कह दिया कि मृतक अविनाश उनके गैंग का सरगना है. उसके बाद भीड़ ने आरोपों के मुताबिक इन तीनों की बैटरी लेकर परेड निकलवाई. इसमें बाद अविनाश को बिजली के खम्भे से बांधकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गयी.


जिस वक़्त भीड़ अविनाश की पिटाई कर रही थी उस दौरान भीड़ ने उसके माता पिता को फोन करके घटनास्थल पर बुलाया. वो लोग जब मौके पर पहुंचे एक लंबे बाल वाला आदमी अविनाश को खंभे से बांधकर डंडे से पीट रहा था. उनकी विनती के बावजूद न उनके बेटे को छोड़ा और 100 नम्बर पर कॉल भी नहीं करने दिया. मृतक की पत्नी कुसुम लता ने कहा कि वो 5-6 लोगों का हुलिया पहचान रही हैं पुलिस फिर भी गिरफ्तारी नहीं कर रही.

वहीं मृतक के पिता जो कि दिन में ऑटो चलाते थे उनका कहना है पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है. वो खुद 60 साल के हो चुके हैं और कितने दिन जिंदा रहेंगे नहीं पता है. ऐसे में छोटे बच्चों को कौन पालेगा. जानकारी के मुताबिक मृतक अविनाश ने एक महीने पहले ही नया ऑटो खरीदा था. इस पर अविनाश ने अपने बच्चों का नाम लिखवाया था. ये ऑटो फिलहाल उत्तम नगर थाने में खड़ा है.