नोएडा: ग्रेटर नोएडा में रहने वाले जगविंदर सिंह के अकाउंट से ठगों ने 1 लाख 65 हजार रुपए निकाल लिए. ठगों ने रुपये निकालने के लिए मैजिक इंक का चेक पर इस्तेमाल किया. बताया जा रहा है कि जगविंदर सिंह पिछले 5 साल से एक फार्मा कंपनी में काम कर रहें हैं. जगविंदर कासगंज के रहने वाले हैं.


क्या था पूरा मामला-


दरअसल गाड़ी खरीदने के लिए जगविंदर सिंह ने अलग-अलग ऑनलाइन साइट्स पर अप्लाई किया था और अपनी जानकारी दी थी. जिसके बाद उन्हें एक कॉल आया कि उनकी गाड़ी के लिए उन्हे लोन मिल गया है. वेरिफिकेशन के बाद ही वह गाड़ी ले जा सकते है. वहीं जगविंदर सिंह ने कहा, 'मैंने अलग-अलग वेबसाइट पर कार लोन के लिए जानकारी डाली थी. जिसके बाद मुझे एक कॉल आया कि गाड़ी के लिए लोन स्वीकार हो गया है. उसके बाद मुझे कहा गया कि मेरे घर पर वेरिफिकेशन के लिए कुछ लोग आएंगे. 20 तारीख को दो लोग आए. एक ने अपना नाम मनोज बताया और खुद को एस. बी.आई का कर्मचारी बताया.'


'उन दोनों ने तीन चेक पर मेरे हस्ताक्षर करवाए. दो में किश्ते भरीं और एक चेक कैंसिल था. जिस पर मैजिक इंक का इस्तेमाल किया गया था. मैंने 28 जनवरी को गाड़ी लेने का सोचा था. जब 28 तारीख को मैं और मेरा परिवार शो रूम के लिए निकले रास्ते में ठगों ने फोन पर बोला कि अभी मैं बाहर जा रहा हूं. मेरा साथी आपको मिलेगा, आपकी कार तैयार है. जब हम वहां पहुंचे तो पता चला के इस नाम का कोई व्यक्ति है ही नहीं. उसी समय मैसेज आया के मेरे अकाउंट से 1 लाख 65 हजार रुपये निकल गए.'


'जब मैं बैंक पहुंचा तो पता चला कि कैंसिल चेक का इस्तेमाल करते हुये बैंक से पैसे निकाले गए हैं. पैन कार्ड पर मेरी तस्वीर की जगह ठग ने अपनी तस्वीर लगा ली थी, लेकिन जितने जगह भी सिग्नेचर था वो मेल नहीं खा रहा था उसके बवजूद बैंक ने पैसे दे दिए.' इसमें बैंक की भी लापरवाही नजर आ रही है. मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम जुट गई है.


ये भी पढ़ें-


Ind vs NZ: मैन ऑफ द सीरीज जीतने वाले केएल राहुल बोले- अभी T-20 वर्ल्ड कप के बारे में नहीं सोच रहा


UKSSSC उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग फारेस्ट गार्ड एडमिट कार्ड जारी, यहां से करें डाउनलोड