लखनऊ: यूपी पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते(ATS) ने रविवार को दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. साइबर इकोनॉमिक फ्रॉड के सिलसिले में इन्हें दबोचा गया था. एटीएस अब दोनों से गहन पूछताछ करने की तैयारी में है. इनकी लिप्तता जासूसी में भी हो सकती है. दोनों के नाम पोचंली टेंगली और जू जुंफू है. इस सिलसले में अब द्विभाषिए की भी तलाश की जा रही है.


यूपी एटीएस ने सोमवार को लखनऊ कोर्ट में दोनों नागरिकों के लिए 10 दिन की पुलिस रिमांड मांगी है. साथ ही चाइनीज भाषा के जानकार की तलाश की जा रही है. पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी बहुत ही मामूली अंग्रेजी जानते हैं जिससे संवाद स्थापित करना मुश्किल हो रहा है. दोनों फर्जी आईडी पर प्रीएक्टिवेटेड सिम कार्ड का धंधा कर रहे थे. पुलिस को शक है कि इसका इस्तेमाल जासूसी में भी हो सकता है.


बहरहाल पुलिस इस मामले में एक्सपर्ट्स की भी सलाह ले रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर फर्जी आईडी पर लिए गए सिम कार्ड्स के जरिए जो ऑनलाइन खाते खुलवाए गए थे उसमें पैसा कहां से आ रहा था. बताया जा रहा है कि नोएडा के कुछ चाइनीज कंपनियों के अधिकारी आरोपियों के संपर्क में थे. वीजा अविध, सितंबर-2020 में समाप्त होने के बाद दोनों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अपने ठिकाने बनाए हुए थे.


ऐसे में चाइनीज कंपनियों के अधिकारी भी इनके निशाने पर हैं. इससे पहले यूपी पुलिस ने साइबर फ्रॉड के जुर्म में 14 लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ में चीनी नागरिकों के बारे में पता चला. दोनों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया. दोनों फर्डी आईडी से पिछले एक साल में एक हजार सिम कार्ड खरीद चुके हैं. इस मामले में पुलिस को गुरुग्राम के भी कुछ लिंक मिले हैं.


यह भी पढ़ें: 


नाबालिग को अगवा करने वाले ने पी ली एसिड, मौत


ड्यूटी पर हावी हुआ इश्क, थानेदार की मेड और कार लेकर भागा ड्राइवर