Umesh Pal Murder Case: बाहुबली अतीक के शार्प शूटर का मौत से सामना, उमेश पाल मर्डर की पहली गोली का आखिरी हिसाब
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल की हत्या के बाद से ही बाहुबली अतीक अहमद का ये शार्पशूटर पुलिस से भागा-फिर रहा था, लेकिन सोमवार की सुबह इस हत्यारे का रास्ता मौत ने रोक लिया.
Umesh Pal Murder Case: जिस शूटर ने उमेशपाल को पहली गोली मारी थी आज वो खुद पुलिस की गोली का निशाना बन गया. बाहुबली अतीक अहमद का वो शार्प शूटर, जिसने 24 फरवरी की शाम प्रयागराज में खूनी तांडव की शुरुआत की थी. चलते हुए आया, पिस्तौल निकाली और गोली चला दी. इसी हत्यारे की पिस्तौल से प्रयागराज शूटआउट कांड की पहली गोली निकली थी.
इंसान के वेश में छुपे मौत के एजेंट विजय चौधरी उर्फ उस्मान की उसी पहली गोली ने एक हाईप्रोफाइल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल की जिंदगी पर मौत की मुहर लगा दी थी. उसके बाद वहां ऐसी ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हुई थी, जिसने पूरे इलाके को थर्रा दिया था.
उमेश पाल की हत्या के बाद से ही बाहुबली अतीक अहमद का ये शार्पशूटर पुलिस से भागा-फिर रहा था, लेकिन सोमवार की सुबह इस हत्यारे का रास्ता मौत ने रोक लिया. बाहुबली अतीक अहमद का शार्प शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान पिछले 10 दिनों से अंडरग्राउंड था. प्रयागराज शूटआउट कांड के बाद पुलिस ने उसकी तलाश में जमीन आसमान एक कर रखा था, लेकिन वो ऐसा गायब हुआ था कि पुलिस उसकी परछाई को भी छूने में नाकाम थी. आखिरकार पुलिस ने एक जाल बिछाया और वो खूंखार हत्यारा खुद ब खुद उस जाल में फंस गया.
सीसीटीवी से हुई हत्यारों की पहचान
उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी कहां गायब हो गए? प्रयागराज शूटआउट कांड की तहकीकात के दौरान यही वो सबसे बड़ा सवाल था, जिसने प्रयागराज पुलिस और यूपी STF को उलझा रखा था. पुलिस ने CCTV कैमरों की तस्वीरों की बारीकी से पड़ताल की, तो उमेश पाल हत्याकांड में शामिल कई हत्यारों की शिनाख्त हो गई थी, लेकिन विजय चौधरी उर्फ उस्मान नाम के इस शख्स की पहचान करना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था. क्योंकि इसकी तस्वीर बहुत धुंधली थी.
विजय की पहली फायरिंग के बाद ही उसके दूसरे साथियों ने उमेश पाल और उसके गनर पर गोलियां बरसाई थी और एक शख्स लगातार बम बरसा रहा था. देखते ही देखते विजय उर्फ उस्मान धीरे-धीरे भागते हुए कैमरे की तीसरी आंख से ओझल हो गया. ऐसा लगता है कि वो बमों के धुएं में ही कहीं गायब गया था और फिर वो दूसरे शूटर्स के साथ सफेद रंग की कार में सवार होकर मौका-ए-वारदात से फरार हो गया था.
पुलिस को आखिरकार मिली सफलता
उमेश पाल के हत्यारों की धरपकड़ के लिए यूपी पुलिस ने जमीन-आसमान एक कर रखा था. प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक पुलिस की अलग-अलग टीमों ने जाल बिछा रखा था. लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद करीब 10 दिनों तक पुलिस के हाथ खाली ही रहे. CCTV में कैद एक भी शार्प शूटर पुलिस के राडार में नहीं आया. आखिरकार 10 दिन बाद पुलिस की मेहनत रंग लाई और आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान के बारे में जांच एजेंसियों को एक बड़ी लीड मिली. पुलिस को पता चला कि अतीक अहमद का शार्प शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान प्रयागराज शहर से दूर अपने गांव में छुपा हुआ था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए पूरे इलाके की घेरेबंदी कर दी और उसी दौरान वो मौत का मोहरा एक एनकाउंटर में ढेर हो गया.