Umesh Pal: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी थी. साल 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के इकलौते चश्मदीद गवाह उमेश जब एक मामले की सुनवाई से वापस लौट रहे थे, तब उनको मौत के घाट उतार दिया गया था. वहीं, इस मामले को लेकर एक खुलासा हुआ है, जिसके अंतर्गत प्रशासन ने कार्रवाई भी की है. बताया जा रहा कि उमेश पाल की योजना गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के करीबी रिश्तेदार जफर अहमद के घर बनाई गई थी. वहीं, बुधवार को जफर के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया है.
शाइस्ता परवीन से मिले थे हत्यारे
अहमदाबाद की जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद ने कथित तौर पर पुलिस में बयान दर्ज करने से पहले उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी. उमेश पाल की हत्या की योजना जफर अहमद के प्रयागराज स्थित घर में बनाई गई थी. जफर का घर अतीक अहमद के घर से थोड़ी ही दूर पर था. जफर के ही घर में उमेश पाल के हत्यारों की मुलाकात अतीक अहमद की पत्नी और बसपा नेता शाइस्ता परवीन से हुई थी. उमेश पाल की हत्या में नामजद शाइस्ता परवीन अपने बेटे असद अहमद और अन्य बच्चों के साथ साल 2021 में अपने घर पर ही रह रही थी.
बंगले की तलाशी में गोला-बारूद बरामद
सूत्रों ने बताया कि जफर अहमद आधा दर्जन आपराधिक मामलों का आरोपी है. पहले उसके घर में तलाशी के लिए पर्याप्त मंजूरी नहीं मिली थी. वहीं, सूत्रों ने बुधवार को बताया कि जफर के प्रयागराज वाले घर की तलाशी के दौरान हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गया है. वहीं, अब गैंगस्टर अतीक अहमद के अन्य सहयोगियों गुड्डू मुस्लिम, नफीज, अरमान, सदाकत खान और गुलाम के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की जा सकती है.