लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक किशोरी का शव खेतों में बरामद हुआ है. वह कई घंटों से लापता थी और जब तलाशी ली गई तो खेतों में उसका शव मिला. यह घटना तब हुई है जब उन्नाव के सनसनीखेज वारदात के दो सप्ताह भी नहीं हुए हैं. उन्नाव में संदिग्ध हालत में बेहोश तीन लड़कियां खेतों में पाईं गई थीं और फिर उनमें से दो की मौत हो गई थी.


ताजा घटना अकबराबाद क्षेत्र की है. किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने मामले की जांच की लिए विशेष टीम बना दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पांच अलग-अलग टीमें बना दी हैं. पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में यही तथ्य सामने आया है कि उसका गला दबाकर हत्या की गई है.


इस घटना के बाद इलाके के लोगों में काफी नाराजगी थी. पुलिस भी इस गुस्से का शिकार हुई और लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया. पुलिस को लोगों ने शव देने से इनकार कर दिया था. पुलिस पोस्टमार्टम के लिए शव अपने कब्जे में लेना चाहती थी. इस कोशिश में पुलिस इंस्पेक्टर प्रणेंद्र कुमार घायल भी हो गए.


पुलिस के अनुसार किशोरी घास लाने के लिए खेतों में गई थी. जब काफी देर तक वह वापस नहीं आई तो लोग उसकी तलाश करने लगे. पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई और इसी क्रम में गेहूं के खेतों के बीच उसका शव बरामद किया गया. लोग का हुजूम देखकर कई राजनीतिक दलों के लोग भी मौके पर पहुंच गए.


गौरलब है कि उन्नाव में ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों सामने आया था. यहां भी तीन किशोरियां संदिग्ध हालत में खेतों में पाई गईं थीं. बाद में इलाज के दौरान दो ने दम तोड़ दिया था जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. इस मामले में नशाखुरानी की बात भी सामने आई थी.


अलीगढ़ की ताजा घटना के बाद विपक्ष भी सरकार को घेरने में लगा हुआ है.


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