नई दिल्लीः यूपी एसटीएफ ने 2 साल पहले नोएडा में हुई सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान की हत्या की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया है. यूपी एसटीएफ ने दावा किया है कि अंकित की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. 2 साल पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा में अंकित चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कोई सुराग नहीं मिलने के बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया था, सीबीआई ने आरोपी का सुराग देने के लिए 5 लाख का ईनाम देने का ऐलान भी किया था.



यूपी एसटीएफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया मर्डर मिस्ट्री का खुलासा
आज दोपहर 12 बजे यूपी एसटीएफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंकित चौहान हत्याकांड का पूरा खुलासा किया है. यूपी एसटीएफ के चीफ ने प्रेस कॉन्फेंस में बताया कि अंकित चौहान की हत्या गाड़ी लूट के इरादे में असफल रहने के बाद की गई और हत्या का एक आरोपी भी इंजीनियर है. आपको बता दें कि सीबीआई को जांच मिलने के 9 महीने बाद गुरुवार को जांच एजेंसी ने हत्यारे का स्कैच जारी किया था.




क्या है अंकित हत्याकांड मामला?
अंकित चौहान नोएडा के सेक्टर-62 में टीसीएस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे. 13 अप्रैल 2015 को मेरठ निवासी अंकित चौहान की सेक्टर-76 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस में दर्ज घटनाक्रम के मुताबिक 13 अप्रैल 2015 को अंकित चौहान अपने दोस्त गगन के साथ पत्नी से उनकी कंपनी में मिलकर फॉच्र्यूनर गाड़ी से वापस सेक्टर-76 घर लौट रहे थे. इसी दौरान बरौला बाईपास से होते हुए सेक्टर-76 जाते समय हमलावरों ने उनकी गाड़ी होंडा एकॉर्ड को रोक लिया. हत्यारों ने अंकित पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और उनकी होंडा एकार्ड कार लेकर भाग गए. इस हमले में अंकित का दोस्त बच गया था.


यूपी पुलिस से निराश होकर परिजनों ने की थी CBI जांच की मांग
अंकित के रिश्तेदार नोएडा पुलिस की जांच से बेहद निराश होकर हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे थे. यूपी के तत्कालीम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से 2 बार मिलकर सीबीआई जांच की मांग की पर जब वो पूरी नहीं हुई तो इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. इसके बाद उच्च न्यायालय ने इसी साल 26 अप्रैल को अंकित चौहान हत्याकांड की सीबीआई जांच का आदेश दिया था. पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए कुल 69 लोगों से पूछताछ की पर इसके बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी.