नई दिल्ली: देश की राजधानी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ट्यूशन पढ़ाने वाले टीचर पर आरोप लगा है कि उसने अपने स्टूडेंट्स को 'दिमाग तेज' करने वाला इंजेक्शन लगा दिया. बाद में पता चला कि उसने इसके लिए सामान्य सलाइन के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया है. साथ ही यह भी जानकारी मिली है कि यूट्यूब पर वीडियो देखकर उसे यह आईडिया आया था.
जानकारी के अनुसार उसने बच्चों के कूल्हे की मांसपेशियों पर इंजेक्शन लगाएं जबकि यह इंजेक्शन नसों के जारिए शरीर में चढ़ाया जाता है. इस मामले की पोल तब खुली जब एक छात्र ने इंजेक्शन लगाने से मना कर दिया. इसके बाद उसने तुरंत इसकी सूचना अपने घर वालों को दी. फिर परिजनों ने इस बारे में पुलिस को बताया. आरोपी दिल्ली यूनिवर्सिटी के नार्थ कैंपस का छात्र है.
पुलिस ने उसके पास से कई इंजेक्शन बरामद किए हैं. सभी को जांच के लिए लैब में भेजा गया है. पूछताछ में सामने आया है कि उसने पांच बच्चों को ऐसे इंजेक्शन लगाए हैं. इस बारे में उससे और भी पूछताछ हो रही है और पुलिस अन्य माध्यम से भी जांच में लगी हुई है. बच्चों और अभिभावकों से भी बातचीत हो रही है.
इससे पहले पुलिस कंट्रोल रूम से मिली सूचना के आधार पर मंडावली पहुंची हुई थी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पाया कि ट्यूशन टीचर युवक को लोगों ने पकड़ कर रखा हुआ है. एक शिकायतकर्ता छात्र नौवीं में पढ़ता है उसने बताया कि टीचर ने कहा था कि दिमाग तेज करने वाले इंजेक्शन उसके पास है साथ ही उससे कद भी बढ़ता है.
आरोपी मूल रूप से बिहार का रहने वाला है. वह मंडावली में किराए का मकान लेकर रहता है. बताया जा रहा है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी बिना पैसे के पढ़ा रहा था. उसके पास करीब 50 बच्चे ट्यूशन पढ़ने के लिए आ रहे थे. अब पुलिस जांच कर रही है कि इंजेक्शन के पीछे की असली कहानी क्या हो सकती है.
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