Woman Cop Found in Pool of Blood: अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन के भीतर एक 45 साल की महिला सिपाही के लहूलुहान हालत में मिलने के बाद प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. महिला लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है. ये मामला इतना गंभीर है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू कर दी है. हाईकोर्ट ने मामले पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और सुओ मोटो लेकर संडे को छुट्टी वाले दिन देर रात तक सुनवाई भी की.
इलाहाबाद हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर को रविवार (3 सितंबर) दोपहर 3 बजतक 25 मिनट पर व्हॉट्सअप पर लहूलुहान हालत में महिला सिपाही के साथ दरिंदगी का मैसेज आया. चीफ जस्टिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उसी दिन रात 9:00 बजे अपने आवास पर एक स्पेशल बेंच गठित करने का निर्देश दिया. बेंच के गठन के संबंध में एडवोकेट जनरल को भी सूचना दे दी गयी. चीफ जस्टिस के आवास पर सीजे प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव की पीठ का गठन किया गया.
हाईकोर्ट के वकील राम कुमार कौशिक ने भी इस मामले में चीफ जस्टिस को एक लेटर देकर उनसे इसे पीआईएल के तौर पर स्वीकार किए जाने का अनुरोध किया था.
यूपी सरकार और रेलवे को दिए ये निर्देश
इलाहाबाद हाईकोर्ट इस मामले में सुओ मोटो लेकर खुद ही सुनवाई कर कुछ निर्देश जारी किए. कोर्ट ने मामले की जांच से जुड़े किसी सीनियर अफसर को पेश होने का आदेश दिया. यूपी सरकार और रेलवे को भी अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया. अगली सुनवाई के दौरान रेलवे की ओर से केंद्र सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को मौजूद रहने के लिए कहा गया. यूपी सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल मनीष गोयल, शासकीय अधिवक्ता ए के संड, एडिशनल गवर्नमेंट एडवोकेट जेके उपाध्याय और एडिशनल चीफ स्टैंडिंग काउंसिल प्रियंका मिड्ढा को तलब किया गया. कोर्ट ने राज्य महिला आयोग से भी रिपोर्ट मांगी.
किसने की महिला सिपाही के साथ हैवानियत?
मनकापुर से अयोध्या जा रही सरयू एक्सप्रेस में सवार महिला सिपाही के साथ 28 अगस्त की रात हैवानियत हुई थी. 29 अगस्त की सुबह करीब 4 बजे अयोध्या रेलवे स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस की जनरल बोगी में लोगों ने महिला सिपाही को अर्धनग्न और बेहोशी की हालत में देखा. महिला के सिर पर दो जगह फ्रैक्चर था, चेहरे पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था. पूरा चेहरा खून से लथपथ था.
लहूलुहान महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ. हालांकि घटना को छह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. महिला सिपाही की ऐसी हालत किसने की, क्यों की... अबतक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. पुलिस जांच के बाद ही घटना के तह तक जा पाएगी.
कैसी है महिला सिपाही की हालत
महिला सिपाही की हालत काफी गंभीर स्थिति में बनी हुई है. महिला को अबतक होश नहीं आया है. लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल के आईसीयू में महिला का ईलाज चल रहा है. पीड़ित महिला सिपाही के साथ रेप की भी आशंका जताई जा रही है. सुल्तानपुर में तैनात महिला सिपाही की ड्यूटी अयोध्या के सावन मेले में लगी थी. मनकापुर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में वारदात को अंजाम दिए जाने का शक है.
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