अहमदाबाद: गुजरात के गांधीनगर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक महिला डाक्टर ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है और आत्महत्या के असली वजह का पता नहीं लग पाया है. उनकी सात साल की एक बेटी है. बताया जा रहा है कि वो डिप्रेशन में थीं.


कैंसर सोसाइटी मेडिकल कालेज में माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर थीं


डाक्टर का नाम मनीषा चौहान है और वो गुजरात कैंसर सोसाइटी मेडिकल कालेज में माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर थीं. कयास लगाया जा रहा है कि डिप्रेशन ही उनकी आत्महत्या की वजह बना होगा. हालांकि जांच के बाद ही असली मामला सामने आ पाएगा. डा. मनीषा के पति डाक्टर नीलेश चौहान जीएमईआएस मेडिकल कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं.


पुलिस के अनुसार घटना पहले वाली रात को उनकी लंबी बातचीत हुई थी. सुबह पांच बजे तक वो लोग बात कर रहे थे और फिर सोने के लिए गए थे. सुबह जब पति उठे तो पाया कि वह कमरे में नहीं है. जब वो बाथरूम में गए तो देखा कि वहां पर वो हैंगर में दुपट्टा लगाकर फंदे पर झूली हुई हैं. उन्होंने इसकी सूचना फिर मनीषा के भाई को दी.


मृतिका के भाई ने बताया कि पति-पत्नी में संबंध काफी अच्छे थे


पुलिस ने बताया कि जब महिला डाक्टर का भाई वहां पहुंचा तो उसने देखा कि वो बाथरूम के जमीन पर पड़ी हुई हैं. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतिका के भाई ने बताया कि पति-पत्नी में संबंध काफी अच्छे थे. उनके घर में कोई घरेलू समस्या नहीं थी.


पुलिस ने बताया कि अब तक जो भी सबूत मिले हैं उससे यही जाहिर हो रहा है कि आत्महत्या के पीछे डिप्रेशन एक कारण हो सकता है. लेकिन, जांच अभी जारी है और कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने तक कोई फाइनल टिप्पणी नहीं की जा सकती है. पुलिस ने एक्सिडेंटल डेथ का मामला दर्ज कर लिया है.


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