झाबुआ: मध्य प्रदेश के कई इलाकों में अब भी पुलिस और कानून सम्मत काम नहीं होता, बल्कि समाज की पंचायतें अपने नियमों के मुताबिक फैसले सुनाती हैं. ताजा मामला आदिवासी बहुल झाबुआ जिले का है, जहां एक महिला के प्रेमी के साथ भाग जाने के बाद लौटने पर समाज ने उसे सजा सुनाई.



महिला को पूर्व पति को कंधे पर बिठाकर गांव में घुमाना पड़ा और भीड़ उसे चप्पलें मारती रहीं. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, टिटोली पुलिस चौकी के खेड़ी गांव की एक महिला अपने चार बच्चों को छोड़कर पिछले दिनों प्रेमी के साथ भाग गई थी. यह महिला शनिवार को अपने गांव लौटी, तो भील समाज ने पंचायत कर फैसला लिया कि महिला अपने पूर्व पति को कंधे बिठाकर गांव की गलियों से होते हुए अपने घर तक ले जाए.



सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि महिला अपने पूर्व पति को कंधे पर बिठाए हुए चल रही है और उसके पीछे चल रही भीड़ महिला को चप्पलें मार रही है. महिला रोती रही, मिन्नतें करती रही, मगर कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. इतना ही नहीं, भीड़ में मौजूद कई युवा पूरे समय वीडियो बनाने में व्यस्त रहे.


झाबुआ के पुलिस अधीक्षक महेश चंद्र जैन ने बताया, "पुलिस को इस घटना की रविवार को सूचना मिली, इसके तहत पुलिस ने महिला के ससुराल पक्ष के छह लोगों पर प्रकरण दर्ज किया. छह में से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दो फरार हैं, उन्हें भी जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा."