नौकरी का झांसा देकर सजाते थे जिस्म का बाजार, हवस के दलालों का फूटा भांडा
नई दिल्ली : रेलवे स्टेशन से लड़कियों को बहला फुसलाकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें बेचने वाले गिरोह का भांडाफोड़ किया गया है. गैंग के दो मानव तस्करों को दक्षिणी दिल्ली पुलिस की एसटीएफ ने चार राज्यों की पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर दो युवतियों को भी मुक्त कराकर सीएडब्ल्युसी रोहतक को सौंप दिया है.
आरोपियों की पहचान अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन के रूप में हुई है
आरोपियों की पहचान अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन के रूप में हुई है. पुलिस की गिरफ्त में आ चुके दोनों मानव तस्कर लड़कियों को ही टारगेट करते थे और उन्हें रेलवे स्टेशनों पर तलाश कर नौकरी का झांसा देते थे. फिर उन्हें जिस्मफरोशी के लिए बेच देते थे. पुलिस के मुताबिक असम पुलिस से साउथ डिस्ट्रिक्ट के एसटीएफ को मानव तस्करी की बात पता चली थी.
यह भी पढ़ें : मर कर भी जिंदा रही 'ममता', मासूम की ये तस्वीर आंखें नम कर देगी
छापेमारी कर अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन को गिरफ्तार कर लिया
एसीपी ऑपरेशन की देखरेख में बनाई गयी टीम ने छापेमारी कर अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन को गिरफ्तार कर लिया. उनसे पता चला कि वह रेलवे स्टेशन पर वेस्ट बंगाल और उसके आसपास से आने वाली लड़कियों को नौकरी या दोस्ती का झांसा देकर अपने साथ ले जाया करते थे.
वसंत विहार इलाके में सक्रिय पायल और सुनील झा को बेच दिया करते थे
पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला की लड़कियां लाने के बाद में उनको साउथ दिल्ली के मुनिरका और वसंत विहार इलाके में सक्रिय पायल और सुनील झा को बेच दिया करते थे. दोनों राजस्थान व हरियाणा में दो से तीन लाख रुपए में लड़कियों को बेचते थे. उनकी निशानदेही पर बिहार की किशोरी और वेस्ट बंगाल की एक युवती को सकुशल मुक्त कराया गया है.
यह भी पढ़ें : जेवर गैंगरेप और लूट : पूरे मामले में आया नया मोड़, महिलाओं के साथ रेप की पुष्टि नहीं