भारत का सबसे छोटा केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप अब तक मूर्तियों से मुक्त रहा है लेकिन मुस्लिम बहुल इस द्वीप पर पहली बार एक प्रतिमा लगने जा रही है. यह प्रतिमा महात्मा गांधी की है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट करके बताया था कि वह महात्मा गांधी की 152वीं जयंती के मौके पर लक्षद्वीप के कवरत्ती जाएंगे. 


एक शीर्ष अधिकारी ने PTI को बताया कि कवरत्ती के पश्चिम जेट्टी के पास एक क्षेत्र को सजाया जा रहा है, जहां समुद्र की तरफ महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित होगी. रक्षामंत्री कोच्चि से यहां पहुंचेंगे. आज शाम को आयोजित होने वाली इस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल भी शामिल होंगे. 



मील का पत्थर साबित होगी ये प्रतिमा


लक्षद्वीप प्रशासन ने एक बयान में कहा, 'इस साल के उत्सव की खास बात यह है. प्रफुल्ल पटेल की उपस्थिति में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. यह हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में द्वीप में अनावरण की जाने वाली पहली प्रतिमा होगी. गांधी जयंती के दिन राष्ट्रपिता की प्रतिमा का अनावरण करना लक्षद्वीप के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा. खास बात यह है कि यह प्रतिमा रक्षामंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित की जा रही है. 


कार्यक्रम को लेकर ये है अपडेट


लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल पीपी जिनकी प्रफुल्ल पटेल के साथ अनबन चल रही है. उनका नाम प्रशासन द्वारा तैयार की गई कार्यक्रम लिस्ट से गायब है. फैजल और सेव लक्षद्वीप फोरम (SLF) के कार्यकर्ताओं ने बताया कि वह महात्मा गांधी चौक पर आयोजित होने वाली प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होंगे. सांसद फैजल पीपी ने बताया कि उन्हें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया है, इसलिए वह अनावरण समारोह में शामिल होंगे.   


खबरों के मुताबिक द्वीप में प्रतिमा लगाने का प्रयास एक दशक पहले यूपीए सरकार ने भी की थी लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं हो पाया. साल 2010 में लक्षद्वीप पर 2 लाख रुपये की महात्मा गांधी की प्रतिमा लाई गई थी लेकिन इसे स्थापित नहीं किया जा सका. 


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