नई दिल्ली: सर गंगा राम अस्पताल के 37 डॉक्टर कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. उनमें से 32 डॉक्टर होम आइसोलेशन में हैं जबकि इलाज के लिए 5 अस्पताल में भर्ती हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्र के हवाले से खबर दी कि ज्यादातर डॉक्टरों को हल्का लक्षण है.


सर गंगा राम अस्पताल के 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव 


सभी डॉक्टर अस्पताल में कोविड-19 मरीजों की देखभाल करते हुए संक्रमित हुए. 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के दौरान कई डॉक्टरों ने कोविड-19 वैक्सीन का दोनों डोज लगवा चुके हैं. दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सात घंटे का नाईट कर्फ्यू संक्रमण को रोकने के लिए 30 अप्रैल तक लागू किया है. इस बीच, 115 निजी अस्पतालों को अपनी कुल आईसीयू और बेड क्षमता का 50 फीसद कोवड-19 मरीजों के लिए आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है.


 32 डॉक्टर होम आइसोलेशन में और 5 अस्पताल में भर्ती


कोरोना वायरस मामलों में जबरदस्त उछाल के बीच सरकार ने डेंटल और आयुष डॉक्टरों को भी दिल्ली के कोविड-19 अस्पतालों में तैनात किए जाने का आदेश सुनाया है. सरकार ने लोक नायक अस्पताल और गुरु तेग बहादुर अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के लिए कुल आरक्षित बेड की वर्तमान संख्या में वृद्धि को कहा है. आदेश के मुताबिक, लोक नायक अस्पताल में 1000 को बढ़ाकर 1500 और गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 500 से 1000 बेड कोविड-19 मरीजों के लिए करने होंगे.


सर गंगा राम अस्पताल की घटना से पहले लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के करीब 39 डॉक्टर कोविड-19 वैक्सीन का डोज लगवाने के बाद संक्रमित हो चुके हैं. पीड़ितों में वाइस-चान्सेलर डॉक्टर बिपिन पुरी, अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर हीमांशु, जेनेरल सर्जरी विभाग के 20 डॉक्टर, यूरोलोजी विभाग के 9 और मेडिसीन विभाग के 3 डॉक्टर शामिल हैं.


धीमे टीकाकरण पर राहुल गांधी का पीएम मोदी को पत्र, कहा- देश में कमी लेकिन विदेशों को बांट रहे वैक्सीन


क्या कोरोना की दूसरी लहर के बीच ट्रेन सेवाओं पर लगेगी रोक? रेलवे ने दिया बड़ा बयान