कोरोनोवायरस महामारी की वजह से फ्रीलांस वर्क के विचार ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. अब फ्री लांस वर्क एक बड़ी संभावना बन गया है क्योंकि पूरी दुनिया ने अब एक अपवाद की तरह नहीं बल्कि एक नियम की तरह अपना लिया है. कई लोगों के लिए वर्क फ्रॉम होम एक निर्रथक विचार था लेकिन अब उनके विचार इसे लेकर बदल गए हैं.
हालांकि फिर भी जब दुनिया में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तब भी हर देश में फ्री लांस काम करना इतना आसान नहीं है. उदाहरण के लिए दिल्ली फ्रीलांस वकर्स के लिए सबसे अधिक उपयुक्त 30 शहरों में 21वें नंबर पर आई है.
फ्रीलांस वर्क के लिए दुनिया के 30 टॉप शहर
1-ऑस्टिन, टेक्सास (यूएसए)
2-चियांग माई (थाईलैंड)
3-बर्लिन (जर्मनी )
4-बार्सिलोना ( स्पेन )
5- मेलबोर्न (ऑस्ट्रेलिया)
6-टूलूज़ (फ्रांस)
7- मॉन्ट्रियल (कनाडा)
8 -दुबई (संयुक्त अरब अमीरात)
9 - मेडेलिन (कोलम्बिया)
10- ओस्लो (नॉर्वे)
11 - ऑकलैंड (न्यूजीलैंड)
12-एम्स्टर्डम (नीदरलैंड)
13-हांगकांग
14-लंदन (ब्रिटेन)
15 -तेल अवीव-याफो (इसरायल)
16- ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना)
17 -कैंगगु, बाली (इंडोनेशिया)
18-सैंटियागो (चिली)
19-लाहौर (पाकिस्तान)
20-केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका)
21-दिल्ली (भारत)
22 -सेंट पीटर्सबर्ग (रूस)
23-साओ पाउलो (ब्राजील)
24- बेलग्रेड (सर्बिया)
25-कीव (कीव) (यूक्रेन)
26- एथेंस (ग्रीस)
27-मनीला (फिलीपींस)
28-काहिरा (मिस्र)
29-नैरोबी (केन्या)
30- ढाका (बांग्लादेश)
शहरों की यह लिस्ट यूके बेस्ड मोबाइल फोन रिटेल एंड सर्विस कंपनी कारफोन वेयरहाउस की तरफ से जारी की गई है. कंपनी ने इन शहरों की लिस्ट बनाते वक्त 10 पैमानों को आधार बनाया है जिनमें मासिक वेतन, किराया, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और इंटरनेट स्पीड शामिल हैं. इस लिस्ट में 30 देशों के वे शहर शामिल हैं जहां फ्रीलांस वर्कर को सबसे अच्छी सुविधाएं मिलती हैं.
दिल्ली मासिक वेतन, अवकाश जैसे कई पैमानों पर नीचले पायदान पर है. बात जब अंसतोष सूचकांक की हो तो दिल्ली की हालत बहुत बुरी है. इस मामले में दिल्ली से नीचे सिर्फ नेरोबी (केन्या) और ढाका (बांग्लादेश) है. हालांकि दिल्ली को-वर्किंग स्पेस के मामले में बाकी शहरों के तुलना में सबसे बेहतर है.
वहीं पाकिस्तान, कोलंबिया, यूक्रेन, रशिया और भारत जैसे विकासशील देशों के शहर cost of living index के मामले में बेहतर स्थित में हैं. मासिक किराए के लिहाज से दिल्ली तीसरा सबसे सस्ता शहर है जबकि हांगकांग सबसे महंगा शहर है.
यह भी पढ़ें:
ममता बनर्जी का मोदी सरकार पर हमला, कहा- पूरे देश में भय का माहौल, लोग अपनी बात रखने में असमर्थ