दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने यमुना नदी में जहरीले झाग के लिए सोमवार को बीजेपी की अगुआई वाली हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यहां भाजपा पार्टी के नेताओं को पड़ोसी राज्य से जवाब मांगना चाहिए. कालिंदी कुंज में यमुना नदी में कमर तक जहरीले झाग में खड़े श्रद्धालुओं की तस्वीरें और वीडियो सोमवार को वायरल हो गईं. इसको लेकर दिल्ली में विपक्षी भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को शहर में 'जहरीले' पानी और हवा के लिए जिम्मेदार ठहराया. राय ने यह भी कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने नदी किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं देने का फैसला किया था.
Yamuna River: नदी किनारे छठ पूजा पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा प्रतिबंध लगाने के खिलाफ भाजपा नेता दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राय ने कहा, 'मुझे लगता है कि भाजपा के लोग हताश हैं ... उपराज्यपाल ने डीडीएमए का फैसला (यमुना तट पर छठ पूजा की अनुमति नहीं देने) लिया और हरियाणा नदी में पानी छोड़ता है. उपराज्यपाल भाजपा सरकार (केंद्र की) के हैं और पार्टी हरियाणा में (भी) सत्ता में है.' मंत्री ने कहा, 'मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि भाजपा नेता अपने उपराज्यपाल और सरकार से बात क्यों नहीं कर पा रहे हैं.'
राय ने कहा कि डीडीएमए की ओर से लिए गए फैसलों के मुताबिक, दिल्ली सरकार 1,000 विशेष स्थानों पर छठ पूजा आयोजित करने की व्यवस्था कर रही . उन्होंने दावा किया, 'भाजपा का छठ पूजा से कोई लेना-देना नहीं है और इसने पहले कभी त्योहार की व्यवस्था नहीं की.' उन्होंने कहा, 'बीजेपी सांसद मनोज तिवारी को हरियाणा की भाजपा सरकार से (झाग के बारे में) पूछना चाहिए. दिल्ली यमुना में पानी नहीं छोड़ती, हरियाणा छोड़ता है.'
इससे पहले, तिवारी ने आरोप लगाया था कि आप सरकार ने यमुना तट पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी क्योंकि वह उच्च प्रदूषण के चलते नदी में झाग को ढकना चाहती थी. उन्होंने आरोप लगाया, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2013 से कह रहे हैं कि उनकी सरकार पांच साल में यमुना को नहाने के लायक बनाएगी. आज दिल्ली की हवा और पानी दोनों जहरीली हैं. उन्होंने यमुना पर छठ पूजा इसलिए नहीं होने दी ताकि कोई यह न देख ले कि नदी कितनी जहरीली हो गई है.'
बता दें कि दिल्ली इस वक्त खराब हवा और प्रदूषित यमुना के पानी से जूझ रही है. राय ने कहा कि वायु प्रदूषण के मुद्दे पर कल दिल्ली के सभी विभागों की संयुक्त बैठक होगी. इसका मुख्य कारण पराली जलाना है. उन्होंने बताया कि रविवार को लगभग 400 स्थानों पर पराली जलाने की सूचना मिली थी. इसे प्रतिबंधित करने की आवश्यकता है. इससे पहले रविवार यानी सात नवंबर को गोपाल राय ने केंद्रीय पर्वायरण मंत्री भूपेंद्र यादव से पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं से संबंधित पड़ोसी राज्यों के साथ आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की थी.
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