एक्सप्लोरर
चुनावी साल में चंदे पर सवाल: विरोध में 3 तर्क; इलेक्टोरल बॉन्ड का समर्थन क्यों कर रही है बीजेपी?
2017 में चंदा के नगद व्यवस्था को खत्म करते हुए मोदी सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड पॉलिसी लागू किया था. इसके मुताबिक राजनीतिक दलों को 2000 से अधिक का चंदा सिर्फ इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए ही मिल सकता है.
![चुनावी साल में चंदे पर सवाल: विरोध में 3 तर्क; इलेक्टोरल बॉन्ड का समर्थन क्यों कर रही है बीजेपी? Electoral Bonds 3 arguments in support and against BJP Congress Political Party Funding Explained ABPP चुनावी साल में चंदे पर सवाल: विरोध में 3 तर्क; इलेक्टोरल बॉन्ड का समर्थन क्यों कर रही है बीजेपी?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/01/dee5f78dd9ad5a67448634b10304645e1698821599096621_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
चुनावी चंदे को लेकर सवाल उठ रहा है (Photo- File)
चुनावी साल में राजनीतिक दलों को मिलने वाला चंदा सवालों के घेरे में है. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुनवाई कर रही है. मामला पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है. याचिका दाखिल करने
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)