दिल्ली दंगा: दंगों से एक दिन पहले व्हाट्सएप ग्रुप पर लिखा- जब तक दंगा नहीं होगा, हमारी कोई नहीं सुनेगा
एबीपी न्यूज के पास एक व्हाट्सअप चैट है जिसमें दिल्ली दंगों से ठीक एक दिन पहले 22 फरवरी को सफूरा जरगर यह कहती हुई दिख रही हैं कि जब तक दंगे नहीं हुए कोई हमारी बात नहीं सुनेगा.
नई दिल्ली: देश की राजधानी में फरवरी महीने में हुए दंगो को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कड़कड़डूमा अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है. एबीपी न्यूज़ के पास चार्जशीट में दर्ज आरोपी सफूरा जरगर की वो चैट है जो चार्जशीट का हिस्सा है. इस मैसेज को 22 फरवरी को सफूरा ने जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के व्हाट्सएप्प ग्रुप में डाला था. जिससे यह साफ है कि दंगो की प्लांनिंग पहले ही रच ली गई थी.
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक दिनांक 22.02.2020 व्हाट्सएप्प ग्रुप पर सफूरा ने जामिया को ऑर्डिनेशन कमेटी के ग्रुप में मैसेज डाला था कि 'जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास चक्का जाम कर दिया गया है और लोगो को वहां पर चक्के जाम के सपोर्ट के लिए इकठ्ठा करना है. यह भी तय किया गया था कि फरवरी 23 को चांद बाग से इकठ्ठा होकर बाकी साइट्स पर जाकर चक्का जाम करना है क्योंकि चक्का जाम होगा तभी दंगा होगा. क्योंकि जब तक दंगा नही होगा तब तक हमारी बात कोई नही सुनेगा'
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की चार्जशीट के मुताबिक 23 फरवरी को उसके बाद जेसीसी के मेंबर्स अलग-अलग प्रोटेस्ट साइट पर जाकर अपना भड़काऊ भाषण दे रहे थे और यूएस प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प की विजिट के दौरान चक्का जाम करने लगे. एबीपी न्यूज के पास मौजूद इस चार्जशीट से साफ है कि किस तरीके से पहले ही दंगो की तैयारी कर ली गयी थी और ये एक बहुत बड़ी साजिश थी. क्योकि दिल्ली में दंगे 23 फरवरी से शुरू हुए थे और पुलिस के मुताबिक आरोपी सफूरा जरगर 22 तारीख को जामिया को ऑर्डिनेशन कमिटी के ग्रुप में मैसेज डालकर दंगे करने की बात कर रही थी.
गौरतलब है कि स्पेशल सेल ने गिरफ्तार 20 आरोपियो में से 15 आरोपियों के खिलाफ बुधवार को चार्जशीट फ़ाइल की थी. जिनमें ताहिर हुसैन और खालिद सैफ़ी भी शामिल है. दिल्ली हिंसा में गिरफ्तार मुख्य साजिशकर्ता उमर खालिद और शरजील इमाम के नाम इस चार्जशीट में नहीं थे. उनके खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट फ़ाइल की जाएगी. करीब 17500 पेज की इस चार्जशीट में स्पेशल सेल ने 747 गवाह बनाए हैं. चार्जशीट में पुलिस ने टेक्निकल एविडेंस, व्हाट्सएप चैट और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स को भी शामिल किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक यूएपीए में आरोपियों को बुक करने के लिए दिल्ली सरकार और सेंटर से भी सैंक्शन मिल चुका है.