बरेली : यूपी के बरेली में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के भाई सर्वेश अग्रवाल पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. पुलिस ने बीबीएल स्कूल के मालिक सर्वेश अग्रवाल और प्रिंसिपल दीपक अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोप है की स्कूल की फीस नहीं जमा करने पर छात्र का मानसिक उत्पीड़न किया गया और उसका नाम काट दिया गया जिसके बाद छात्र की मां की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई.
पंद्रह दिन पढ़ाने के बाद नाम काटकर थमाई टीसी
बरेली के किला थाने में शहर के नामचीन बीबीएल स्कूल के मालिक सर्वेश अग्रवाल और उसके प्रिंसिपल दीपक अग्रवाल के खिलाफ सातवीं क्लास के छात्र पार्थ की मां सरिता आर्या की तरफ से एफआईआर दर्ज करवाई गई है. सरिता आर्या का आरोप है की उन्होंने स्कूल प्रबंधन से मिलकर बात की थी कि वो इन्स्टालमेन्ट में फीस जमा कर देगी लेकिन स्कूल वालों ने उसके बेटे को छठी क्लास में पास करके सातवीं में एडमिशन दे दिया. जिसके बाद वो बच्चे की स्कूल ड्रेस और बुक्स खरीद लाई. लेकिन स्कूल वालों ने करीब पंद्रह दिन पढ़ाने के बाद नाम काटकर टीसी थमा दी. जिससे उसका पूरा साल खराब हो रहा है क्योंकि अब कही भी एडमिशन नहीं हो रहे है और न्यू शेषन शुरू हो गया है.
लाइब्रेरी में बैठाया जाता था अकेले
वहीं छात्र का कहना है की उसे स्कूल में परेशान किया गया और उसको और उसके मां-बाप को बुरा भला कहा गया और उसे लाइब्रेरी में जब तक क्लास लगी तब तक अकेले बैठाए रखा गया. जब छात्र घर पहुंचा तो उसने अपनी मां को पूरी बात बताई जिसके बाद सरिता ने मेयर उमेश गौतम से मामले की शिकायत की और मेयर के हस्तक्षेप के बाद एसएसपी के आदेश पर किला थाने में बीबीएल स्कूल के मालिक सर्वेश अग्रवाल और प्रिंसिपल दिलक अग्रवाल पर एफआईआर दर्ज कर ली गई.
एसपी सिटी ने दिए सख्त कार्यवाही के संकेत
इस मामले में एसपी सिटी का कहना है की छात्र का स्कूल में उत्पीड़न किया गया. उनका कहना है की स्कूल अपनी मनमर्जी से फीस बढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया की छात्र की मां ने कहा था की वो इन्स्टालमेन्ट में फीस दे देगी लेकिन छात्र का नाम काट दिया गया. जिससे स्कूल प्रबंधन का ख़राब और अमानवीय चेहरा सामने आया है. उनका कहना है की इस मामले को काफी सख्ती से देखा जा रहा है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है. उनका कहना है की सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने बताया की सरकार का रुख काफी कड़ा रहा है जिस वजह से पुलिस प्रशासन अभिभावकों के साथ है और ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
स्कूल की तरफ से बच्चे के पैरेंट्स को गया था नोटिस
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल दीपक अग्रवाल का कहना है की बच्चे की 14 हजार रुपए फीस जमा नहीं थी जिसके लिए उनको स्कूल की तरफ से नोटिस भी भेजा गया था लेकिन उन्होंने फिर भी फीस जमा नहीं की. उनका कहना है की बच्चो की फीस से ही सभी शिक्षकों और स्टाफ की सेलरी निकलती है. स्कूल का जो भी खर्च है वो सभी बच्चों की फीस से ही निकलता है ऐसे में बच्चे अगर फीस नहीं देंगे तो स्कूल चलना मुश्किल होगा.
योगी सरकार ने स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कानून भी बना दिया है और जिला प्रशासन को सख्ती से निपटने के आदेश भी दिए हैं जिसके बाद वित्त मंत्री के भाई सर्वेश अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना ये दर्शाता है की अब सूबे में स्कूलों की मनमानी करने वालो को जेल जाना पड़ेगा.