दिल्ली की तिहाड़ जेल में बैठकर 200 करोड़ रुपये की उगाही करने के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने तिहाड़ जेल के 5 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुनील कुमार, सुंदर वोहरा, महेंद्र प्रसाद, लक्ष्मी दत्त और प्रकाश चंद्र हैं. इन सभी पर जेल में बंद सुकेश चंद्र शेखर की मदद करने और उसके एवज में पैसा लेने का आरोप है. गिरफ्तार आरोपियों में सुनील कुमार और सुंदर वोहरा जेल सुप्रीटेंडेंट है. जबकि महेन्द्र प्रसाद और प्रकाश चंद्र डिप्टी सुप्रीटेंडेंट है. आर्थिक अपराध शाखा ने इन्हें मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में पेश किया, जहां कोर्ट ने इन्हें 12 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
अदालत में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ जेल के ये अधिकारी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर की मदद कर रहे थे और इनकी मदद से ही सुकेश चंद्रशेखर ने 200 करोड़ रुपये की उगाही की थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह सभी लोग सुकेश चंद्रशेखर की इस पूरी साजिश में शामिल थे और एक संगठित गिरोह की तरह काम कर रहे थे.
क्या है पूरा मामला
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने रोहिणी जेल मे बंद सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी और आपराधिक साजिश का एक और मामला दर्ज किया था. ये एफआईआर रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर की पत्नी की शिकायत पर दर्ज की गई थी. आरोप है कि तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर स्नूपिंग करके कानून मंत्री के ऑफिस के नंबर से फोन करके रेलिगेयर के प्रमोटर से 200 करोड़ की वसूली की थी. सुकेश चंद्र शेखर जेल में बैठकर स्नूपिंग के जरिये बड़े बिज़नेस मैन से पैसा वसूल रहा था.
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