पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी ने किया अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा, कहा- 'लोगों का काम करना मेरा फर्ज '
सांसद मेनका संजय गांधी ने सुलतानपुर में अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरे दिन दौरा किया. उन्होंने कहा कि वह अपने दायित्वों को निभाने प्रत्येक 20 दिन में आपने संसदीय क्षेत्र में आएंगी.
लखनऊः आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुलतानपुर सांसद मेनका संजय गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरे दिन कहा कि 'सुलतानपुर के लोगों का काम मेरे लिए सर आखों पर है. मैंने कोरोना काल में अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की मुसीबतों व समस्याओं का समाधान करने के लिए विकास खण्डों का रूख किया है. कोरोना काल में लोगों का काम रूका हुआ था. मेरे आने से प्रशासनिक अमले में भी तेजी आएगी.'
मेनका ने आगे कहा 'संसदीय क्षेत्र के लोगों का काम करना मेरा फर्ज और दायित्व है. मैं अपने फर्ज और दायित्वों को निभाने प्रत्येक 20 दिन में आऊंगी. पिछली बार हमने बाजार को खुलवाया था. आगे 6 दिन बाजार खोलने के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से बात की गई है.'
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी ने विधायक राजेश गौतम के साथ आज अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरे दिन दोस्तपुर,अखंड नगर, करौदीकला व कादीपुर में जनता दर्शन कर जन समस्याएं सुनी, श्रीमती गांधी ने इस अवसर पर 59 सामुदायिक शौचालयों व 53 ग्राम पंचायत भवनों का शिलान्यास भी किया.
सांसद मेनका गांधी ने मुद्रा योजना के 80 लाभार्थियों को ऋण वितरण का प्रमाण पत्र भी वितरित किया. सांसद ने दोस्तपुर में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर शोक संवेदना प्रकट की तत्पश्चात जन समस्याओं को सुना. इससे पूर्व श्रीमती गांधी दोस्तपुर थाना क्षेत्र के चौबेपुर,अलहदादपुर गांव में आबकारी सिपाही सुनील यादव की हत्या के बाद उनके परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिया
सांसद मेनका गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरे दिन कादीपुर में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन से भारतीय राजनीति को गहरा झटका लगा है. उन्होंने कहा कि प्रणव दा के साथ उन्होंने 40 वर्षों तक काम किया है. उनकी असामयिक मृत्यु पर उन्हें गहरा सदमा लगा है,और देश को भी नुकसान हुआ है.
सांसद ने कहा कि मेरे इस दौरे का उद्देश्य है कि क्षेत्रीय जनता के निजी शिकायतें बिल्कुल नहीं सुनी जा रही थी, अब आने के बाद जिला प्रशासन एक बार फिर से जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए सक्रिय हुआ है. प्रवासी मजदूरों के पलायन करने पर सांसद मेनका गांधी ने कहा कि जिनका रोजगार बड़े शहरों में चल रहा था उन्हें नहीं रोका जा सकता फिर भी जो रुकना चाहते हैं उनके रोजगार के लिए मुद्रा योजना व अन्य केंद्रीय योजनाओं के माध्यम से उनके द्वारा रोजगार देने की भरपूर कोशिश कर रही हूं.
मेनका गांधी ने कहा 'मैं प्रवासी मजदूर का कल्याण करना चाहती हूं. सुलतानपुर उनका घर है. मुद्रा योजना पर उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के लिए एक लाख लोगों का लक्ष्य रखा गया था जिसमें से अब तक केवल 15 से 20 हजार लाभार्थियों को ही मुद्रा लोन मिल पाया है. कोरोना के चलते इसकी गति धीमी हुई थी. दिसंबर तक इस लक्ष्य को हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा.'
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