गुजरात में अपना सबसे बुरा प्रदर्शन करने जा रही है कांग्रेस, 1990 में मिली थी 33 सीटें
रुझानों को देखते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने हार मान ली है. 1990 के बाद कांग्रेस का यह सबसे खराब प्रदर्शन माना जा रहा है. 1990 में कांग्रेस को 33 सीटें मिली थी.
गुजरात के 182 विधानसभा सीटों के लिए नतीजे आने शुरू हो गए हैं. शुरुआती रुझानों में बीजेपी को बहुमत मिल चुका है. गुजरात में बहुमत के लिए 92 सीट चाहिए जबकि यहां बीजेपी 150 सीटों के आसपास आगे चल रही है. रुझानों में कांग्रेस की सीटें घटकर 32 रह गई. आम आदमी पार्टी अब 6 सीटों से आगे है.
कांग्रेस ने हार मानी, 1990 के बाद सबसे बुरा प्रदर्शन
रुझानों को देखते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने हार मान ली है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा है कि जनादेश स्वीकार करेंगे. 1990 के बाद कांग्रेस का यह सबसे खराब प्रदर्शन माना जा रहा है. 1990 में कांग्रेस को 33 सीटें मिली थी.
2002 के बाद हर चुनाव में सीटें बढ़ीं, इस बार फेल
गुजरात दंगे के बाद 2002 में चुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस ने 51 सीटों पर जीत हासिल की. कांग्रेस के मुकाबले भाजपा को 127 सीटों पर जीत मिली. 2007 के चुनाव में कांग्रेस सत्ता में नहीं आ सकी, लेकिन पार्टी की 8 सीटें जरूर बढ़ गई. 2007 में भाजपा ने 117 और कांग्रेस ने 59 सीटों पर जीत दर्ज की.
2012 के चुनाव में समय तत्कालीन केंद्र की मनमोहन सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन चल रहा था, जिसे भाजपा ने गुजरात में भी भुनाया. इसके बावजूद कांग्रेस ने गुजरात में बढ़िया परफॉर्मेंस किया और 61 सीटों पर जीत हासिल की. 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने सत्ताधारी भाजपा को कड़ी टक्कर दी.
कांग्रेस ने इस चुनाव में 1990 के बाद सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए 77 सीटों पर जीत दर्ज की. 20 से ज्यादा सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को कम मार्जिन से हार मिली थी.