हरेंद्र बने पुरूष हॉकी टीम के नए कोच, मारिन फिर महिला टीम के साथ
राष्ट्रमंडल खेलों में खराब प्रदर्शन के बाद हॉकी इंडिया (एचआई) ने भारतीय पुरुष और महिला टीम के कोच बदल दिए हैं. मंगलवार को हरेंद्र सिंह को भारतीय पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच बनाया गया.
नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों में खराब प्रदर्शन के बाद हॉकी इंडिया (एचआई) ने भारतीय पुरुष और महिला टीम के कोच बदल दिए हैं. मंगलवार को हरेंद्र सिंह को भारतीय पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच बनाया गया. इसके साथ ही, 44 वर्षीय नीदरलैंड्स के निवासी शुअर्ड मारिन की महिला हॉकी टीम के कोच पद पर एक बार फिर वापसी हो गई है.
साल 2016 में भारत की जूनियर हॉकी टीम को लखनऊ में हुए उत्तर प्रदेश जूनियर हॉकी विश्व कप का खिताब दिलाने वाले हरेंद्र को पिछले साल सितम्बर में ही महिला हॉकी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था.
हरेंद्र के मार्गदर्शन में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इस साल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था. पिछले साल उन्हीं की कोचिंग में महिला टीम ने महिला एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था.
मारिन के मार्गदर्शन में भी महिला टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया.
एचआई के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक ने कहा, "हरेंद्र अपने साथ अच्छा अनुभव ला रहे हैं और उन्होंने हॉकी इंडिया लीग में पुरुष टीम के कोच पद का कार्यभार संभाला है, वहीं मारिन का महिला टीम के साथ कोच पद का कार्यकाल सफल रहा और आशा है कि उन्होंने पहले जो किया उसे भविष्य में भी जारी रखेंगे."
मारिन और हरेंद्र ने अपनी नई जिम्मेदारियों पर संतुष्टि जाहिर की है. मारिन ने कहा, "मैं महिला टीम के कोच पद पर लौट कर काफी खुश हूं और मैं अब टीम को और मजबूती देने के लिए तैयार हूं. हमारी नजर अब महिला हॉकी विश्व कप-2018 पर होगी."
हरेंद्र ने अपने बयान में कहा, "मेरे लिए पुरुष हॉकी टीम का कोच बनना गर्व की बात है. महिला हॉकी टीम के साथ अब तक का सफर अच्छा था. मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए मैं एचआई का शुक्रगुजार हूं."