नई दिल्ली. स्वामी विवेकानंद की जयंती को पूरा देश आज राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है. आज से 127 साल पहले 11 सितंबर 1893 के दिन स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में जोरदार भाषण दिया था. इस भाषण को लोग आज भी याद करते हैं. स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर आज पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. देश की कई बड़ी हस्तियां उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दे रही हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. बता दें कि बीजेपी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रही है. शाह ने मंगलवार को एक ट्वीट कर कहा, "भारत के ज्ञान, संस्कृति और दर्शन को विश्वभर में दिग्विजय कराने वाले स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन व देशवासियों को "युवा दिवस" की शुभकामनाएं. स्वामी जी के प्रगतिशील व प्रेरक विचारों को आत्मसात कर देश के युवा भारत को पुनः विश्व शिखर पर पहुंचा सकते हैं."
शुभकामनाओं के बहाने अखिलेश ने बीजेपी पर कसा तंज
इसके अलावा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस पर ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "स्वामी विवेकानंद जयंती व ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ की सबको हार्दिक शुभकामनाएं. आज प्रदेश भर में युवाओं से जुड़े बेरोजगारी, शैक्षिक समस्याओं, युवतियों की सुरक्षा व अन्य मुद्दों पर सपा आयोजित कर रही है ‘युवा घेरा’. आह्वान है युवतियाँ-युवक बढ़चढ़कर हिस्सा लें!" अखिलेश ने बीजेपी पर तंज भी कसा. उन्होंने इस ट्वीट में हैशटैग 'नहीं चाहिए भाजपा' लिखा हुआ था.
कौन थे स्वामी विवेकानंद?
स्वामी विवेकानन्द वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे. उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था. उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में साल 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था. भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुंचा था. भारत में विवेकानंद को एक देशभक्त संत के रूप में माना जाता है और इनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है.
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