एक्सप्लोरर
Advertisement
मैं संसद बोल रही हूं...मैंने देखा है नियति से साक्षात्कार, अंधकार से अमृतकाल...मुझे भूल न जाना
'मैं भारत की संसद हूं..मैं नेहरू से लेकर पीएम मोदी तक के राजनीतिक इतिहास की साक्षी हूं. भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए नई इमारत तैयार है. मेरी यात्रा के समाप्त होने का वक्त आ गया है'
मैं संसद बोल रही हूं... 96 सालों से चली आ रही मेरी यात्रा अब खत्म को होने को है. नई संसद बदलते भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए तैयार है. लेकिन मुझे भूल न जाना. मैं भारत के अंधकारकाल से लेकर अमृतकाल
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
साउथ सिनेमा
क्रिकेट
Advertisement
अनमोल कौंडिल्यअंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार
Opinion