नई दिल्लीः इस बजट में वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना (नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम) का एलान किया है. इसे स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ बीमा योजना भी कहा जा रहा है. इसके तहत 10 करोड़ परिवारों को सरकार की ओर से 5-5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा. करीब 50 करोड़ लोग इस योजना से लाभन्वित होंगे. जानिए हेल्थकेयर सेक्टर के लिए लाई गई इस स्कीम से कैसे देश के परिवारों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने की सरकार की योजना है.


2016 के बजट में ही हुई थी घोषणा


खास बात ये है कि अरुण जेटली ने 2016 में ही अपने बजट भाषण में इस स्कीम की घोषणा किया था और प्रधानमंत्री ने भी लाल किले के प्राचीर से देश के हेल्थकेयर सेक्टर के लिए इस योजना के संकेत दिए थे.


मध्यमवर्गीय परिवारों का रखा गया है खास ध्यान


बताया जा रहा है कि 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन इस स्कीम को लॉन्च किया जाएगा. हालांकि कल एबीपी न्यूज के बजट सम्मेलन में कुछ नेताओं ने बताया था कि इस स्कीम में करीब साढ़े छह करोड़ लोग मध्यम वर्ग के होंगे. इस तरह सरकार ने गरीब लोगों के साथ-साथ मध्यमवर्गीय परिवारों पर भी ध्यान दिया है. हालांकि विपक्ष ने इस साल के बजट की चौतरफा आलोचना यह कहते हुए कहा है कि इस बजट में मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए कुछ भी नहीं है.


12000 करोड़ का होगा यह स्कीम


इस विशाल हेल्थ केयर स्कीम के लिए सालाना सरकार ने 10,000 करोड़ से 12,000 करोड़ रुपये तक का बजट का प्रस्ताव रखा गया है. सूत्रों के मुताबिक ये जानकारी मिली है कि इस योजना पर हर एक परिवार पर लगभग 1200 रुपये का सलाना प्रीमियम पर खर्चा आएगा. इस योजना के तहत हर साल गरीब परिवारों को सलाना पांच लाख रुपये तक का इलाज खर्च मिलेगा.