महाराष्ट्र के 'वीर' को पाकिस्तान की 'ज़ारा' से हो गया था प्यार, बॉर्डर पार करने की कोशिश में BSF ने पकड़ा
जीशान को पकड़ने वाले बीएसएफ के जवानों ने कहा कि वह सामरा के साथ पाकिस्तान जाना चाहता था और नेविगेशन के लिए गूगलमैप्स का इस्तेमाल कर रहा था. महाराष्ट्र पुलिस क्राइम ब्रांच ने जीशान के माता-पिता की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद उसे सीमा पार करने से रोका.
वीर-ज़ारा फिल्म की प्रेम कहानी को यश चोपड़ा ने फिल्मी पर्दे पर कुछ इस अंदाज में पेश किया था था जिसे आज भी लोग भुलाए नहीं भूलते हैं. 2004 में आई फिल्म वीर-ज़ारा में शाहरुख खान और एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने अपनी कमेस्ट्री से लोगों के दिल पर एक अलग ही छाप छोड़ी थी. दरअसल प्रेम कहानियां कुछ ऐसी ही होती हैं. लेकिन इस तरह की प्रेम कहानी अगर असल जिंदगी में आपके सामने आ जाए तो. जी हां इस फिल्म को अब 16 साल बीच चुके हैं लेकिन आज ही एक महाराष्ट्र के 'वीर' ने पाकिस्तान में बैठी अपनी 'ज़ारा' से मिलने के लिए बॉर्डर क्रॉस करने की सोची लेकिन उसे बीएसएफ ने पकड़ लिया.
इनपुट्स के मुताबिक, 20 साल के सिद्दीकी मोहम्मद जीशान को BSF ने भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 1.5 किलोमीटर दूर पकड़ा था. इस दौरान जब पूछताछ की गई, तो जीशान ने कहा कि वह कच्छ के रण के माध्यम से बॉर्डर को पार कर पाकिस्तान जाना चाहता था.
जीशान ने आगे कहा कि वह पाकिस्तान के कराची के शाह फैसल शहर की सामरा नामक लड़की के साथ प्यार में पागल था. उसका दावा है कि उसे सामरा के बारे में सोशल मीडिया के जरिए पता चला और दोनों व्हाट्सएप और फेसबुक पर संपर्क में थे.
जीशान को पकड़ने वाले बीएसएफ के जवानों ने कहा कि वह सामरा के लिए पाकिस्तान जाना चाहता था और नेविगेशन के लिए गूगलमैप्स का इस्तेमाल कर रहा था. महाराष्ट्र पुलिस क्राइम ब्रांच ने जीशान के माता-पिता के जरिए गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद उसे सीमा पार करने से रोका. गुजरात के कच्छ जिले के बालेसर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने बीएसएफ सैनिकों के साथ इस मामले में पहले जानकारी भी शेयर की थी.
लड़के के मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम ने बीएसएफ के जवानों को धोइआवीरा के पास उसकी लोकेशन पर पहुंचा दिया. इसके बाद एरिया की छानबीन की गईऔर फोजि़ल पार्क के पास एक महाराष्ट्र नंबर वाली काले रंग की बजाज बॉक्सर मोटरसाइकिल पाई गई. इसकी पहचान जीशान की बाइक के रूप में की गई थी जिसके बाद जवान सीधे जीशान के लोकेशन पर पहुंच गए.
जिस समय वह बीएसएफ के जरिए पकड़ा गया, जीशान निर्जलित अवस्था में था और उसने खुलासा किया कि वह कच्छ के रण में लगभग दो घंटे तक बेहोश रहा था. उसके पास से एक पैन कार्ड, आधार, एटीएम कार्ड और मोबाइल बरामद किया गया. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मामले की फिलहाल जांच की जा रही है.
अगर उसे समय रहते बचाया नहीं गया होता, तो जीशान की किस्मत महाराष्ट्र के एक अन्य लड़के के समान हो सकती थी जिसने 2012 में अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के लिए पाकिस्तानी जेल में छह साल बिताए थे. हामिद अंसारी को फेसबुक पर दोस्ती करने वाली लड़की से प्यार हो गया था जहां वो बॉर्डर पार करने में कामयाब हो गया था. हामिद को आखिरकार साल 2018 में पाकिस्तान की जेल से रिहा कर दिया गया था.