कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक ने केरल से सटी सीमाएं फिर की बंद, लोगों की बढ़ी मुश्किलें
कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने केरल से आने-जाने वाले यात्रियों पर सख्ती बढ़ा दी है. इसके साथ मंगलुरु और दक्षिण कन्नड़ के विभिन्न क्षेत्रों में जाने वाले लोगों की परेशानियां फिर बढ़ गई हैं.
कासरगोड: कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने केरल से आने-जाने वाले यात्रियों पर सख्ती बढ़ाने के साथ मंगलुरु और दक्षिण कन्नड़ के विभिन्न क्षेत्रों में जाने वाले लोगों की परेशानियां एक बार फिर बढ़ गई हैं.
राष्ट्रीय राजामार्ग समेत कई सड़कों को सील किए जाने के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में सुबह से ही वाहनों की लंबी कतारें देखी गई. कोविड-19 संक्रमण नहीं होने का प्रमाणपत्र रखने वाले लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है. सूत्रों ने बताया कि चार सड़कों को छोड़कर दक्षिण कन्नड़ प्रशासन ने सभी सीमाओं को बंद कर दिया है. सीमा पर तैनात कर्नाटक के अधिकारियों के मुताबिक जो लोग राज्य में दाखिल होना चाहते हैं उन्हें यात्रा से 72 घंटे पहले तक की आरटी-पीसीआर जांच का प्रमाणपत्र दिखाना होगा.
लोगों को दे रहे हैं कर्नाटक में प्रवेश की अनुमति
मंगलुरु तालुक में तलापडी, बंटवाल में सराडका, पुत्तुर तालुक में नेतानिगे-मुदनुरु और सुल्लिया के जलसूर में सीमाओं पर तैनात स्वास्थ्य और पुलिसकर्मी प्रमाणपत्रों का सत्यापन करने के बाद लोगों को कर्नाटक में प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं. केरल के उत्तरी भाग में स्थित कासरगोड और आसपास के लोग दशकों से उपचार के लिए कर्नाटक के मंगलुरु जाते रहे हैं.
कासरगोड के विभिन्न इलाकों से मंगलुरु की दूरी 10 से 50 किलोमीटर पड़ती है वहीं निकटवर्ती बड़ा अस्पताल कन्नूर में है जो कि 100 किलोमीटर दूर है. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में कर्नाटक के अधिकारियों ने लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के कारण कासरगोड के लोगों को काफी दिक्कतें हुई थी.
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