दावोस: विश्व आर्थिक फोरम (डब्ल्यू ई एफ) के औपचारिक सत्र आज से शुरू होंगे. टाटा समूह के नए प्रमुख एन चंद्रशेखरन सहित 100 से अधिक सीईओ के साथ एक बड़ा भारतीय प्रतिनिधिमंडल इसमें शामिल हो रहा है. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ इसमें चीन की भागीदारी काफी ज्यादा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमन और सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी यहां होंगे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू भी अपने राज्य की एक बड़ी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं.

नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढ़िया ने अपनी यात्रा रद्द कर दी है, लेकिन सीईओ अमिताभ कांत इसमें शामिल होंगे. यह बैठक दुनियाभर में अलग-अलग मोर्चों पर अस्थिरता के बीच हो रही है. इसमें विश्व अर्थव्यवस्था और ‘उत्तरदायी एवं जिम्मेदार नेतृत्व’ की आवश्यकता पर चर्चा होगी. हालांकि, जारी की गई रिपोर्टों में भारत और विश्व की कोई बहुत अच्छी तस्वीर पेश नहीं की गई है.

डब्ल्यू ई एफ की जारी की गई ‘इंक्लूसिव ग्रोथ एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2017’ के अनुसार समावेशी इन्क्लूसिव डेवलपमेंट इंडेक्स में चीन और पाकिस्तान से पीछे भारतविकास सूचकांक में भारत को 79 विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 60वां स्थान हासिल किया है जो पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान से नीचे है. विश्वभर से अलग-अलग राष्ट्र और सरकार प्रमुखों के अलावा अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए डब्ल्यू ई एफ के अध्यक्ष क्लाउस एस ने कहा, ‘‘हम एक महत्वपूर्ण बिन्दू पर हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सभी निर्णय लेने वालों को भविष्य के लिए काम करना है और एक विजन रखना है.’’