India in UN : पिछले साल भारत सरकार (Indian Government) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा जमाने वाले तालिबान के प्रति नरमी दिखाते हुए बातचीत के संकेत दिए थे, लेकिन इस साल चीजें थोड़ी अलग नजर आ रही हैं. हाल ही में भारत ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र को फिर से चेताया है. भारतीय एंबेस्डर ने यूएन में कहा कि अफगानिस्तान के हालात का मध्य एशियाई क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ेगा. बता दें कि अगस्त 2021 में तालिबान ने फिर से अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया था.
मादक पदार्थों की तस्करी पर खींचा ध्यान
यूएन में भारत के स्थायी दूत टी.एस. तिरुमूर्ति ने बुधवार को सुरक्षा परिषद का ध्यान इस समस्या पर दिलाया. उन्होंने बताया कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद से वहां मादक पदार्थों की तस्करी तेजी से हो रही है. वह जगह आतंकवाद का अड्डा बन सकता है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि सभी को इस मुद्दे पर ध्यान देना होगा, नहीं तो इसका असर मध्य एशियाई देशों पर पड़ेगा. उन्होंने ये भी कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के मुताबिक यूएन व क्षेत्रीय व उपक्षेत्रीय संगठनों के साथ सक्रिय मदद करने को तैयार है.
इस कार्यक्रम में हुए थे शामिल
दरअसल, टी.एस. तिरुमूर्ति 'संयुक्त राष्ट्र और सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन के बीच सहयोग (सीएसटीओ/CSTO) पर सुरक्षा परिषद में हो रही बहस में भाग ले रहे थे. इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं. सीएसटीओ में आर्मेनिया, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं. यह संगठन अपनी स्थापना की 20वीं वर्षगांठ मना रहा है.
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