भुवनेश्वरः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर में 10 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद संस्थान ने 4 अप्रैल को आने वाले छात्रों के अगले बैच को पोस्टपोंड कर दिया है. आईआईटी भुवनेश्वर ने एक स्टेटमेंट में कहा कि "सभी 10 छात्र अब संस्थान के आइसोलेशन सेंटर में हैं और उनकी देखभाल की जा रही है. कोरोना के मामलों को देखते हुए संस्थान ने 4 अप्रैल 2021 को आने वाले छात्रों के अगले बैच को पोस्टपोंड कर दिया."


30 बैड का आइसोलेशन वार्ड
संस्थान ने कहा है कि पिछले साल सितंबर में आए पांच मामलों को छोड़कर अब तक कैंपस कोविड फ्री रहा है और अब स्टूडेंट क्वॉरंटीन सेंटर में आइसोलेटेड हैं. संस्थान में 30 बिस्तरों का एक आइसोलेशन वार्ड है. जिन छात्रों और स्टाफ को क्वॉरंटीन किया गया है, उन्हें भोजन, दवाइयां और अन्य जरूरी चीजें प्रोवाइड करवाई जा रही हैं.
छात्रों को फेज वाइज प्रोसेस में कैंपस में लाया जा रहा था और अब तक लगभग 50 फीसदी सीनियर अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट छात्र कैंपस में हैं. वहीं रिसर्च के 100 फीसदी छात्र कैंपस में हैं.

सभी छात्रों के लिए कोरोना टेस्ट और 15 दिनों का क्वॉरंटीन पीरियड अनिवार्य
आईआईटी भुवनेश्वर ने देश के विभिन्न हिस्सों से कैंपस में लौट रहे छात्रों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट और 15 दिनों का क्वॉरंटीन पीरियड अनिवार्य किया है.
संस्थान के अनुसार, क्वॉरंटीन पीरियड के दौरान छात्र की हेल्थ को मॉनिटर किया जाता है और आइसोलेटेड रूम में खाना पहुंचाया जाता है. पहले के तीन बैचों में एक भी कोरोना संक्रमण का मामला सामने नहीं आया था. चौथा बैच 20-22 मार्च को आया था और क्वॉरंटीन सेंटर में था. इस बैच के तीन छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.


पूरे फ्लोर का किया गया टेस्ट
तीन छात्रों के पॉजिटिव आने के बाद क्वॉरंटीन सेंटर के पूरे फ्लोर में सभी छात्रों का टेस्ट किया गया और सात और छात्रों को पॉजिटिव पाया गया. इनमें मुख्य रूप से ट्रैवल करने वाले और पहले संक्रमित हुए तीन स्टूडेंट्स के संपर्क आने वाले छात्र थे.

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