नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर में तैनात किए गए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 10 हजार से ज्यादा जवानों को वापस बुलाया जाने वाला है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के तरफ से केंद्र शासित प्रदेशों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और सीएपीएफ की तैनाती की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि लगभग 10,000 अर्धसैनिक बलों के जवानों को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से तुरंत वापस बुला लिया जाएगा.
एहतियात के तौर पर हुई थी तैनाती
दरअसल, बीते साल अगस्त के महीने में एहतियात के तौर पर सेना को जम्मू-कश्मीर में तैनात किया गया था. जब केंद्र ने राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आदेश जारी करते हुए कहा गया है "यह आदेश दिया गया है कि जम्मू और कश्मीर से तत्काल प्रभाव से सीएपीएफ के 100 कैंपों को वापस लेने और अपने संबंधित स्थानों पर वापस लौटने का फैसला किया गया है."
CAPF की 100 कंपनियों की होगी वापसी
आदेश के अनुसार, 100 कंपनियों में से 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और 20 प्रत्येक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल की होंगी. कंपनियां अब जम्मू और कश्मीर में स्थानांतरित होने से पहले जहां भी तैनात थीं, वहां जाएंगी. मई में, गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर से 10 सीएपीएफ कंपनियों को वापस ले लिया था. एक सीएपीएफ कंपनी में लगभग 100 कर्मियों की परिचालन क्षमता है.
जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने से पहले एक संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की थी. जिसे अब धीरे धीरे हटाए जाने का फैसला लिया गया है. वहीं जम्मू-कश्मीर में अन्य एहतियाती उपायों में बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगाने, फोन और इंटरनेट सेवाओं को वापस लेने और सैकड़ों राजनीतिक नेताओं को बंदी बनाने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश शामिल थे.
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