Boyatram Dudi: भारत में अधिकांश सरकारी नौकरियों में रिटायरमेंट की उम्र 60 से 62 साल के बीच होती है. आमतौर पर देखा जाता है कि लोग रिटायरमेंट होने के बाद 20-25 साल ही पेंशन ले पाते हैं लेकिन राजस्थान के झुंझुनू की धरती पर एक शख्स ऐसे हुए जिन्होंने 66 सालों तक पेंशन ली, जो एक रिकॉर्ड है. देश में इतने लंबे समय तक किसी ने भी पेंशन नहीं ली है.
देश में सबसे ज्यादा समय तक सरकारी पेंशन पाने वाले ये शख्स राजस्थान के बोयतराम डूडी हैं, जिनका 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. सैनिकों की धरती कहे जाने वाले झुंझुनू निवासी बोयतराम पूर्व सैनिक थे. उन्होंने रिटायरमेंट के बाद सबसे ज्यादा 66 साल तक फौज से पेंशन ली. अब उनकी पत्नी को नियमानुसार पेंशन दी जाएगी.
झुंझुनी जिले के भोड़की गांव निवासी बोयतराम ने 100 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा. सोमवार को बोयतराम डूडी का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया गया.
दूसरे विश्व युद्ध में लिया हिस्सा
बोयतराम का जन्म 1923 में हुआ था. 19 साल की उम्र में 1942 में वे उस समय की ब्रिटिश सेना में भर्ती हुए थे. इस समय दूसरा विश्व युद्ध चल रहा था. बोयतराम को विश्वयुद्ध में हिस्सा लेने के लिए भेजा गया. विश्व युद्ध के दौरान उनकी बटालियन के 80 फीसदी सैनिक शहीद हो गए थे लेकिन उन्होंने दुश्मन से मुकाबला जारी रखा. जंग में बहादुरी के लिए उन्हें 4 मेडल से नवाजा गया. बाद में देश आजाद होने के बाद वह भारतीय सेना का हिस्सा बन गए.
19 रुपये थी पहली पेंशन
1957 में बोयतराम रिटायर हो गए. रिटायरमेंट के साल उन्हें पहली पेंशन 19 रुपये मिली थी. हालांकि, बाद में साल दर साल बढ़ती रही. आखिरी बार जो पेंशन उन्हें मिली, वह 35,460 रुपये थी. 66 साल की पेंशन लेने वाले वो इकलौते फौजी हैं.
बोयतराम के निधन के बाद अब उनके परिवार में उनकी पत्नी चंदा देवी, दो बेटे धर्मवीर और मुकंदराम और चार पोते हैं. सेना के नियमों के अनुसार अब उनकी 92 वर्षीय पत्नी चंदा देवी को आजीवन आधी पेंशन दी जाएगी.
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