नई दिल्ली: सरकार ने आज बताया कि पिछले कुछ साल में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठ के 104 मामलों की जानकारी है. इस साल घुसपैठ की कोशिश कर रहे पांच आतंकी मार गिराए गए या घायल कर दिए गए.


गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘‘देश की सीमाओं के उस पार से घुसपैठ की घटनाएं हुई है. तलाशी अभियान नियमित रूप चलाया जाता है...सरकार ने भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अलग-अलग जगहों में टेक्नॉलजी आधारित समाधानों का फैसला किया है. इस संबंध में जम्मू-कश्मीर में एक अध्ययन शुरू किया गया है. ’’ रिजिजू ने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर और देश के दूसरे बॉर्डर्स पर साल 2014, 2015, 2016 और 2017 का ब्यौरा दिया.


किरण रिजिजू की ओर से पेश आंकड़ों के अनुसार भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बीते सालों में घुसपैठ के 104 मामले सामने आए है. इनमें आठ आतंकी ढेर कर दिए गए या घायल कर दिए गए. इन आंकड़ों के मुताबिक भारत-पाक बॉर्डर पर साल 2015 में घुसपैठ की सबसे अधिक 62 घटनाएं हुईं. वहीं भारत-बांग्लादेश सीमा पर तीन साल में घुसपैठ की सात घटनाएं हुईं.


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