नई दिल्ली: भारती-चीन के बीच 11वीं कमांडर लेवल की मीटिंग शनिवार (09 अप्रैल) को एलएसी पर पूर्वी लद्दाख के चुशूल बीपीएम-हट में हुई. पूर्वी लद्दाख में LAC पर डिसइंगेजमेंट से संबंधित शेष बचे मुद्दों के समाधान के लिए दोनों पक्षों ने विस्तृत विचार-विमर्श किया.


रक्षा मंत्रालय ने इस मीटिंग की जानकारी देते हुए कहा कि दोनों संयुक्त रूप से जमीन पर स्थिरता बनाए रखने, किसी भी नई घटनाओं से बचने और संयुक्त रूप से सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए सहमत हुए. 





रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'दोनों पक्षों ने मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार एक त्वरित तरीके से बकाया मुद्दों को हल करने की जरूरत पर सहमति व्यक्त की. इसे रेखांकित किया गया कि अन्य क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट का पूरा होना दोनों पक्षों के जरिए डि-एस्कलेशन ऑफ फोर्सेज पर विचार करने का मार्ग प्रशस्त करेगा. साथ ही शांति बहाली और द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति को भी सुनिश्चित करेगा.'


बता दें कि नौवें दौरे की मीटिंग के बाद दोनों देशों ने पैंगोंग त्सो लेक से सटे इलाकों से डिसइंगेजमेंट कर लिया है. लेकिन अभी कुछ विवादित इलाकों में डिसइंगेजमेंट के साथ साथ पूरी तरह से डि-एस्कलेशन होना बाकी है. भारत और चीन के बीच पिछले साल पांच मई को सीमा पर गतिरोध शुरू हुआ था. पैंगोंग झील वाले क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद दोनों पक्षों ने भारी हथियारों के साथ सीमा पर हजारों सैनिक तैनात किए थे.


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