नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. नक्सल ऑपरेशन के डीजी डीएम अवस्थी का दावा है कि मुठभेड़ में एक दर्जन से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं जबकि 8 से 10 जख्मी हुए हैं. सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि सुकमा के चिंतागुफा के जंगलों में 150 से 200 नक्सली छिपे हैं.



ऑपरेशन प्रहार
सुकमा के चिंतागुफा के जंगलों में नक्सलियों के छुपे होने की सूचना मिलने के बाद इलिट कोबरा कमांडोज, सीआरपीएफ, एटीएफ और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व फोर्स के करीब 1000 जवानों ने ऑपरेशन प्रहार के तहत जंगल की घेराबंदी की. कल सुबह जैसे ही सुरक्षाबलों के जवान तोंडामरका और बड़े-केड़वाल के जंगल में दाखिल हुए नक्सलियों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी. कुल चार जगह नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व फोर्स के 3 जवान भी शहीद हो गए जबकि 7 जख्मी हैं.



राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर हेलीकॉप्टर रवाना कर दिया गया है. ये वारदात सुकमा के चिंतागुफा इलाके में टुंडामरका के जंगलों में हुई. दरअसल सुकमा के चिंतागुफा इलाके में टुंडामरका के जंगलों सीआरपीएफ और पुलिस का नक्सलियों के खिलाफ साझा ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आपको बता दें कि हाल ही में छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें नक्सलियों की कंपनी नंबर 6 के वर्दी वाले सेक्शन कमांडर को मार गिराया था.