मन की बात: पीएम मोदी से बातचीत के बाद एमपी के एक गांव में 127 लोगों ने लगवाई वैक्सीन
प्रधानमंत्री मोदी ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रदेश के बैतूल जिले के ग्राम डुलारिया के दो व्यक्तियों राजेश हिरावे (43) एवं किशोरी लाल धुर्वे (60) तथा सतना के रामलोटन कुशवाह से बातचीत की. प्रधानमंत्री मोदी ने समझाया कि टीका विश्व के अनेकों वैज्ञानिकों की दिन-रात की मेहनत के बाद बनाई गई है, जो पूर्ण रूप से सुरक्षित है, अत: बिना किसी भ्रम के टीका लगवाएँ.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड टीकों को लेकर लोगों के मन से हिचकिचाहट दूर करने और इससे जुड़े अफवाहों को लेकर रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में लोगों को सलाह दी. प्रधानमंत्री की सलाह के बाद मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के डुलारिया गांव के 127 लोगों ने टीका लगवाया और बाकि लोग भी टीका लगवाने के लिए तैयार हैं.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश के बैतूल जिले के डुलारिया गांव के लोग टीका नहीं लगवा रहे थे. उनके मन में अनेक भ्रम और डर था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत सरल शब्दों में गांव के राजेश हिराने और किशोरी लाल धुर्वे से बात की.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी ने राजेश और किशोरी लाल के माध्यम से अत्यंत सरल शब्दों में तथ्यों के साथ ग्रामवासियों को समझाया, भ्रम दूर किये और टीका लगाने के लिए प्रेरित किया.’’ चौहान ने कहा, ‘‘मोदी की प्रेरणा से डुलारिया गांव के 126 लोग टीका लगवा चुके हैं. बाकी भी लगाने को तैयार हैं. उन्हें भी टीका लगाया जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि लक्ष्य के प्रति समर्पित और संकल्पित ऐसे प्रधानमंत्री को पाकर हम धन्य हो गये हैं.
चौहान ने आगे लिखा, ‘‘इतनी आत्मीयता से सरल शब्दों में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रेरणा दी और (लोगों को) टीका लगवाने को तैयार किया. यही है सही अर्थों में जननेता, जो जनता को जनकल्याण के लिए सही रास्ते पर ले जाये. धन्यवाद मोदी जी.’’
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘राहुल बाबा शर्म करो, टीका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं, तो क्या आप लगवा रहे हैं? प्रधानमंत्री देश के सभी नागरिकों को मुफ्त में टीका लगवा रहे हैं और आप केवल भ्रम फैला रहे हो. आपने भ्रम फैलाया, झूठ बोला जिसके कारण कई लोगों ने टीका लगवाने से इनकार किया.’’
चौहान ने कहा कि आपने (राहुल गांधी) भ्रम फैला कर उनकी ज़िंदगी खतरे में डाली है. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी भ्रम के बादल दूर भी करते हैं, समझाते भी हैं, टीका भी लगवा रहे हैं और आप (राहुल) झूठ बोल के, भ्रम फैला के लोगों की ज़िंदगी खतरे में डाल रहे हैं, संकट में डाल रहे हैं. धिक्कार है आप (राहुल) पर.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रदेश के बैतूल जिले के ग्राम डुलारिया के दो व्यक्तियों राजेश हिरावे (43) एवं किशोरी लाल धुर्वे (60) तथा सतना के रामलोटन कुशवाह से बातचीत की.
मोदी से चर्चा के दौरान राजेश हिरावे एवं किशोरी लाल धुर्वे ने बताया कि टीका को लेकर उनके गाँव में काफी भ्रम फैला हुआ था कि इससे बुखार आता है और मृत्यु तक हो जाती है. प्रधानमंत्री मोदी ने समझाया कि टीका विश्व के अनेकों वैज्ञानिकों की दिन-रात की मेहनत के बाद बनाई गई है, जो पूर्ण रूप से सुरक्षित है, अत: बिना किसी भ्रम के टीका लगवाएँ.
मोदी ने बातचीत में बताया कि उन्होंने स्वयं टीके के दोनों खुराक लिए हैं और उनकी 100 साल की माता जी ने भी टीका लगवाया है. उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद हल्का बुखार आता है, लेकिन वह जल्दी ही ठीक हो जाता है, इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता.
प्रधानमंत्री ने राजेश और किशोरी लाल से कहा, ‘‘गाँव वालों को मेरा नाम लेकर कहना कि मैंने स्वयं टीका लगवाया है और कहा है कि टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है तथा कोरोना से सुरक्षा देता है. अत: टीका अवश्य लगवाएँ.’’ प्रधानमंत्री ने राजेश और किशोरीलाल से कहा, ‘‘जब डुलारिया ग्राम में टीकाकरण पूरा हो जाए तो मुझे जरूर बताएं. मैं आपकी चिट्टी का इंतजार करूंगा.’’
इसी बीच, राजेश हिरावे ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री से बात करने के बाद मैंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ शनिवार को कोविड का टीका लगवाया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गांव के अन्य लोगों को भी टीका लगाने के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप गांव के 127 लोगों ने भी टीका लगवा लिया.’’
मोदी से बात करने के बाद बैतूल के 60 वर्षीय किशोरी लाल धुर्वे ने भी कोरोना रोधी टीका लगाया. किशोरी लाल धुर्वे के बेटे रविन्द्र ने बताया, ‘‘मेरे पिताजी ने टीका लगा लिया है और अब वे अन्य लोगों को टीका लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के सतना जिले के रामलोटन कुशवाह से भी बातचीत की. रामलोटन ने घर में देशी संग्रहालय बना रखा है, जिसमें हजारों औषधीय पौधों एवं वनस्पतियों के बीज आदि का संग्रह है. मोदी ने रामलोटन के इस कार्य की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारे आसपास की हर वनस्पति में औषधीय गुण हैं. हम इन्हें पहचाने और दूसरों को भी इसकी जानकारी दें.