Mumbai Serial Blast: मुंबई धमाके के 4 आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत, गुजरात ATS से CBI ने कस्टडी में लिया
1993 Mumbai blast case: मुंबई के सीरिल धमाकों के इन चारो आरोपियों की तलाश में गुजरात एटीएस पिछले 29 सालों से कर रही थी. पिछले सप्ताह इन चारों आरोपियों को अहमदाबाद से धर दबोचा.
1993 Mumbai blast case: साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल धमाकों (Mumbai Serial Blast) के चार आरोपियों (4 Accused of Mumbai Serial Blast) को आज अदालत (Court) में पेश किया गया जहां सुनवाई के बाद अदालत ने इन चारों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया. वहीं इस सुनवाई को खत्म होने के बाद ही इस केस को गुजरात एटीएस (Gujrat ATS) से सीबीआई (CBI) ने अपने कब्जे में ले लिया है. आपको बता दें कि मुंबई में साल 1993 में 12 जगहों पर सीरियल धमाके हुए थे जिनमें पिछले 29 साल से ये चारो आरोपी वांछित थे.
आपको बता दें कि मुंबई के सीरिल धमाकों के इन चारो आरोपियों की तलाश में गुजरात एटीएस और सीबीआई की टीम पिछले 29 सालों से कर रही थी. गुजरात एटीएस ने मुस्तैदी दिखाते हुए पिछले सप्ताह इन चारों आरोपियों को अहमदाबाद से धर दबोचा. सोमवार को इन आरोपियों की कोर्ट में सुनवाई हुई जहां से कोर्ट ने इन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अब ये केस गुजरात एटीएस ने सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया है.
The four 1993 serial blast accused were presented in the court where they were sent to judicial custody for 14 days. CBI took it in its custody from Gujarat ATS.
— ANI (@ANI) May 30, 2022
29 सालों से कानून से आंख-मिचौली खेल रहे थे ये आरोपी
पिछले 29 साल से मुंबई ब्लास्ट के ये आरोपी कानून से छिपकर भाग रहे थे शायद उन्हें ऐसा भी लगने लगा हो कि अब पुलिस ने उनकी तलाश भी बंद कर दी होगी लेकिन पिछले सप्ताह गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) की टीम ने इन चारों आरोपियों को अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें कि इन चारों आरोपियों को सिर्फ मुंबई पुलिस, सीबीआई या गुजरात एटीएस ही नहीं तलाश कर रही थी इन आरोपियों को दुनिया की कई सुरक्षा एजेंसियां तलाश रही थीं. इन चारों आरोपियों के खिलाफ इंटरपोल और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका था.
आरोपियों से अलग-अलग नामों के फर्जी पासपोर्ट हुए थे बरामद
गुजरात एटीएस ने 12 मई को इन आरोपियों को अहमदाबाद के सरदारनगर इलाके से गिरफ्तार किया था. ये आरोपी एयरपोर्ट सर्कल के पास से संदेहास्पद स्थिति में गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े थे. इनकी गिरफ्तारी के बाद गुजरात एटीएस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) अमित विश्वकर्मा ने मीडिया से बातचतीत में बताया था कि पकड़े गए इन वांछित आरोपियों में मुंबई मुसाफिरखाना का रहने वाला मो.यूसुफ इस्माइल उर्फ यूसुफ भटका, मुंबई सारंग स्ट्रीट बूटवाला बिल्डिंग का रहने वाला अबू बकर, मुंबई मुसाफिरखाना का बाशिंदा मो.शोएब कुरेशी उर्फ शोएब बाबा, मुंबई एसएस रोड क्रॉफर्ड मार्केट निवासी सैयद कुरेशी शामिल हैं. इनमें से अबू बकर के पास से कर्नाटक बेंगलुरू निवासी जावेद बाशा के नाम का फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया था जबकि सैयद कुरेशी के पास से तमिलनाडु विल्लुपुरम निवासी सैयद अब्बास शरीफ के नाम का पासपोर्ट बरामद किया गया था.
मुंबई बम धमाकों में हुई थी 257 लोगों की मौत
ये सभी आरोपी साल 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम धमाकों में वांछित थे. आपको बता दें कि साल 1993 में मुंबई बम धमाकों के दौरान 257 लोगों की मौत हुई थी. इन धमाकों में 700 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे. इन धमाकों के आरोपियों में से 189 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र पेश किया गया है. साल 2006 में मुंबई कोर्ट ने इनमें से 100 आरोपियों को दोषी करार दे दिया था. इन चारो की गिरफ्तारी को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि ये आरोपी ज्यादातर दाऊद इब्राहीम के संपर्क रमें रहते थे. अब सीबीआई इन आरोपियों से क्या-क्या राज उगलवाएगी ये तो आने वाले समय में पता चलेगा.
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