Pro Khalistan Protest: लंदन में इंडियन हाई कमीशन पर हमला करने वाले 15 खालिस्तान समर्थकों की हुई पहचान, NIA की RAW ने भी की मदद
Pro Khalistan Protest: इंडियन हाई कमीशन पर हमलावरों की पहचान में NIA की मदद RAW अधिकारियों ने भी की है. सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है.
Pro Khalistan Protest Update: लंदन में इंडियन हाई कमीशन पर खालिस्तान समर्थकों के हमले की जांच कर रही NIA ने 15 लोगों की पहचान कर ली है. दो महीने पहले ही जांच एजेंसी ने 45 हमलावरों की तस्वीरें जारी की थी. मई महीने में एनआईए की एक टीम ने लंदन में हाई कमिशन में हमले वाली जगह से सबूत इकट्ठे किए थे. वहां से टूटे हुए शीशे और सीसीटीवी फुटेज लाए गए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हमले से जुड़े पांच वीडियो रिलीज किए गए थे और आम लोगों से हमलावरों की पहचान में मदद की अपील भी की थी. सूत्रों ने बताया कि करीब 500 से लोगों ने कॉल करके संदिग्धों की पहचान बताई थी. गृह मंत्रालय के एक सूत्र ने "इंडियन एक्सप्रेस" को बताया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) ने भी पहचान में मदद की क्योंकि संदिग्ध हमलावरों की लंबी लिस्ट बनी थी.
हमलावरों के खिलाफ जारी होगा लुक आउट नोटिस
अब इन 15 लोगों की तस्वीरें इमीग्रेशन डिपार्टमेंट को भेजी जा रही हैं ताकि उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हो सके. एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि हमलावरों की तलाश और गिरफ्तारी के लिए सिविल एवियशन डिपार्मेंट की भी मदद ली जाएगी और अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
हाई कमिशन में वेलफेयर ऑफीसर और असिस्टेंट अधिकारी किरण कुमार बसंत ने इस मामले में अवतार सिंह उर्फ खांडा, गुरचरण सिंह और जसवीर सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. खांडा की जून में ही मौत हो चुकी है, जिसके दस्तावेज यूके सरकार से मांगे गए हैं.
एनआईए ने असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद बारिश पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह और उसके अन्य सहयोगियों से भी जाकर पूछताछ की थी. पता चला है कि हमले के लिए इन्होंने ही उकसाया था. 1 अगस्त को एनआईए ने पंजाब और हरियाणा में हमलावरों के कई ठिकानों पर रेड करके कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे.
मार्च में हुए थे हमले, ISI भी शामिल
लंदन में हाई कमीशन के सामने 19 मार्च को खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान हमला किया था. अप्रैल में गृह मंत्रालय ने एनआईए जांच की अनुमति दी. प्रारंभिक जांच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की भी संलिप्तता के संकेत मिले हैं.
गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने भी UAPA के तहत मामला दर्ज किया है. सूत्रों ने बताया है कि ऑफिशल्स चैनल के जरिए ब्रिटेन सरकार को हमलावरों के खिलाफ कदम उठाने के लिए राजी किया जा रहा है.
2 जुलाई को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी इंडियन काउंसलेट को खालिस्तान समर्थकों ने निशाना बनाया था. इस मामले में भी चार अटैकर्स की एनआईए ने पहचान की है. कनाडा में भी इंडियन हाई कमीशन पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया था. अगले महीने NIA वहां भी दौरा करने वाली है.
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