नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस की गिरफ्त में भारत समेत दुनिया के डेढ़ सौ से ज्यादा देश हैं. भारत सरकार लगातार विदेशों में फंसे अपने लोगों को बाहर निकाल रही है. लेकिन अभी भी कई देश हैं, जहां भारतीय लोग फंसे हुए हैं. कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर 150 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं और स्वदेश वापसी के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. मलेशिया में एक महीने तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. वहीं, अमेरिका के ग्रैंड प्रिंसेज क्रूज पर भी 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं.


कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर फंसे 150 भारतीय


कोरोना वायरस के चलते उड़ानें रद्द होने से केरल के कम से कम 300 लोग मलेशिया के कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर फंसे हुए हैं. ये लोग फिलिपीन, कम्बोडिया और मलेशिया की यात्रा कर हवाई अड्डे पर पहुंचे हैं. इनमें कई छात्र भी शामिल हैं. एक छात्रा ने कहा, ‘’कई उड़ानें रद्द हो गई हैं और हम कुछ घंटों से यहां फंसे हुए हैं. हम फिलिपीन वापस नहीं जा सकते और न ही भारत सरकार हमें लाने को तैयार है. हम भारतीय अधिकारियों से संपर्क की कोशिश कर रहे हैं.’’


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अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से आने वाले यात्रियों पर तत्काल रोक


सरकार ने मंगलवार को अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से आने वाले यात्रियों के भारत में प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. यह जानकारी अतिरिक्त यात्रा परामर्श में दी गई है. सरकार की ओर से 11 मार्च और 16 मार्च के क्रम में यह अतिरिक्त परामर्श जारी किया गया है. इसके मुताबिक, “अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से आने वाले यात्रियों के भारत में प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है.”


अमेरिका में ‘ग्रैंड प्रिंसेस’ पर फंसे भारतीयों की मदद कर रहा है दूतावास


वहीं, वाशिंगटन में भारतीय दूतावास कोरोना वायरस प्रभावित ‘ग्रैंड प्रिंसेस’ क्रूज जहाज पर सवार चालक दल के भारतीय सदस्यों के संपर्क में है और उन्हें हर प्रकार की आवश्यक मदद मुहैया करा रहा है. स्थानीय ‘मर्करी न्यूज’ ने बताया कि ओकलैंड में बंदरगाह पर पहुंचने से पहले यह जहाज कई दिन तक कैलिफोर्निया के तट के निकट समुद्र में घूमता रहा था. इसने अंतत: सोमवार सुबह सैन फ्रांसिस्को खाड़ी की ओर बढ़ना शुरू किया.


अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘हम ग्रैंड प्रिंसेस पर चालक दल के भारतीय सदस्यों के कुशलक्षेम को लेकर जहाजरानी कंपनी और अमेरिकी प्राधिकारियों के संपर्क में हैं. चालक दल के सभी सदस्यों को अनिवार्य रूप से 14 दिन तक पृथक रहना होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें सभी प्रकार की आवश्यक सहायता मुहैया करा रहे हैं और पृथक रहने की अवधि पूरी होने के बाद हम भारत में उनकी वापसी की व्यवस्था करेंगे.’’ इस जहाज पर सवार 2,500 यात्रियों में से 21 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.


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