India-Pakistan Relationship: भारत-पाकिस्तान के संबंध किसी से छिपे नहीं है. मोदी सरकार में ये दूरियां और बढ़ गईं. दोनों देशों के रिश्तों में खटास के बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. 2019 के बाद से 159 भारतीयों ने पाकिस्तान की नागरिकता ली है. यह जानकारी पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की ओर से दी गई है.
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के हवाले से टीवी9 ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "पाकिस्तान ने बीते पांच साल में 214 विदेशियों में से 159 भारतीयों को ‘पाकिस्तानी नागरिकता’ दी है." उसने कहा, "इसमें विवाह और पारिवारिक संबंध आदि कारण शामिल हैं." रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान आधिकारिक दस्तावेजों से पता चला है कि पिछले पांच वर्षों में 214 विदेशियों को पाकिस्तानी नागरिकता दी गई थी.
2019 का आंकड़ा सबसे ज्यादा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2019 में सबसे ज्यादा भारतीयों ने पाकिस्तान की शरण ली. उस साल कुल 55 लोगों ने पाकिस्तान की नागरिकता ली थी. 2018 में यह आंकड़ा 43 था. 2020 में यह संख्या 27 तो वहीं साल 2021 में यह संख्या मजह 18 थी. वहीं उन्होंने यह भी खुलासा किया कि हजारों आवेदन अभी भी मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए लंबित हैं. अधिकारियों ने कहा कि विवाह, पारिवारिक संबंध, पेशे या लंबे समय से पाकिस्तान में रहने के कारण नागरिकता दी गई थी.
साल-दर-साल का आंकड़ा
पाकिस्तानी अधिकारियों की मुताबिक टीवी9 की रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले पांच वर्षों में तीन चीनी नागरिकों को भी पाकिस्तानी राष्ट्रीयता प्रदान की गई, जबकि चार बांग्लादेशियों, एक इतालवी, एक स्विस, तीन अमेरिकी, दो कनाडाई और चार ब्रिटिश नागरिकों को इस अवधि के दौरान पाकिस्तानी राष्ट्रीयता मिली है. 2022 में चार अफगानों को, 2021 में एक को, 2020 में तीन को, 2019 में दो और 2018 में एक को नागरिकता प्रदान की.