COVID 19: देश के 170 जिले बने कोरोना रेड ज़ोन, रोकथाम रणनीति पर पुरजोर कार्रवाई शुरू
COVID 19: स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना मरीज़ों की संख्या बढ़कर 11 हज़ार 933 हो गई है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस महामारी की चुनौती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश में 170 जिले हॉटस्पॉट बन चुके हैं और 207 जिले संभावित हॉटस्पॉट की श्रेणी में रखे गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को दिशा निर्देश जारी कर चिन्हित हॉटस्पॉट इलाकों में आधारित रोकथाम रणनीति के तहत कार्यवाही करने को कहा है. साथ ही राज्यों को और भी संभावित हॉटस्पॉट इलाकों की पहचान कर रोकथाम के उपाय सुनिश्चित करने को कहा गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय प्रवक्ता लव अग्रवाल के मुताबिक राज्यों से हमने लॉक डाउन की इस विस्तारित अवधि का सदुपयोग करने को कहा है. क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम में अब तक मिली कामयाबी को और मजबूत करने की जरूरत है. देश के सभी जिलों को अधिक कोरोना मरीज वाले हॉटस्पॉट या रेड जोन और कम मामलों वाले मगर ग़ैर हॉटस्पॉट क्षेत्र और बिना किसी कोरोना मरीज़ वाले क्षेत्र.
अग्रवाल के मुताबिक देश के 170 जिले जहाँ हॉटस्पॉट श्रेणी में रखे गए हैं. यह वो जिले हैं जहां या तो मामले बहुत अधिक हैं या उनके दो गुना होने की रफ्तार अधिक है. इसके अलावा 207 जिले ऐसे हैं जहाँ कोरोना संक्रमण के मामले तो रिपोर्ट हुए हैं लेकिन वो फिलहाल हॉटस्पॉट क्षेत्र नहीं हैं.
रोकथाम रणनीति इस लिहाज से तैयार की गई है कि कोरोना संक्रमित मरीज़ों क़ई उचित देखभाल के अलावा संक्रमण को चिह्नित इलाकों में ही सीमित किया जाए. साथ ही संक्रमण की कड़ी को तोड़ा जाए. इस रणनीति के क्रियान्वयन से जुड़े जानकारों का कहना है कि किसी भी हॉटस्पॉट को ग्रीन ज़ोन तभी घोषित किया जाएगा जब वहां आखिरी कोरोना संक्रमित मरीज के रिपोर्ट होने के 28 दिन तक कोई नया केस न आए.
इस बीच कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने भी आज राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस प्रमुखों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉक डाउन नियमों के पालन व रोकथाम रणीनीति पर चर्चा की. इसके तहत राज्यों से हॉटस्पॉट क्षेत्रों में एक ही जगह पर अधिक मामलों वाले को कंटेन्मेंट क्षेत्रों की पहचान करने और वहां सघन जांच के लिए कहा गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इसके लिए कन्टेनमेंट ज़ोन में मौजूद मरीज़ों के सभी सम्पर्कों में सतत निगरानी, साथ ही व्यापक तरीके से सर्दी खाँसी बुखार या श्वास सम्बन्धी बीमारी वाले सभी मरीज़ों के कोरोना टेस्ट किए जाने की तैयारी है. साथ ही उन जिलों को भी अपने यह कोरोना रोकथाम क़ई तैयारियां मुकम्मल करने को कहा गया है झें अभी तक कोई केस है.
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