XBB Omicron Sub Variant: महाराष्ट्र में बढ़ने लगे कोरोना के मामले, ओमिक्रोनXBB सब-वैरिएंट के 18 केस मिले
Maharashtra Corona News: एक्सबीबी ओमिक्रोन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक हाइब्रिड है.
XBB Sub-Variant Case In Maharashtra: महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच ओमिक्रोन (Omicron) के नए सब-वेरिएंट के केस भी तेजी से सामने आ रहे हैं. राज्य में अक्टूबर के पहले 15 दिनों में ओमिक्रोन के एक्सबीबी सब-वेरिएंट के अठारह मामलों का पता चला है. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार (19 अक्टूबर) को ये जानकारी दी. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनमें से 13 मामले पुणे से, दो-दो मामले नागपुर और ठाणे से और एक मामला अकोला जिले से सामने आया.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 418 नए मामले मिले हैं और 3 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र सरकार ने त्योहारी सीजन को देखते हुए लोगों को XBB वैरिएंट के लिए अलर्ट किया है और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है. मुंबई नागरिक निकाय ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से आगामी त्योहारी सीजन से पहले कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करने का आग्रह किया ताकि मामलों की संख्या में और बढ़ोतरी को रोका जा सके. अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के बाद तक मुंबई में दैनिक मामलों में वृद्धि देखी गई है.
XBB सब-वेरिएंट का खतरा बढ़ा
इसी बीच ओमिक्रोन के नए सब-वेरिएंट XBB का खतरा भी बढ़ गया है. महाराष्ट्र में अब तक XBB के 18 केस सामने आ चुके हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि XBB अन्य सभी सब-वेरिएंट पर हावी है. यह दुनिया के कई हिस्सों में पाया गया है. एक्सबीबी ओमिक्रोन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक हाइब्रिड है.
क्या कहना है डॉक्टर का?
सीआईआई पब्लिक हेल्थ काउंसिल के अध्यक्ष और एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड-19 के नए वेरिएंट्स की उम्मीद की जा रही है जिनमें म्यूटेशन होने की प्रवृत्ति है. अब स्थिति अलग है, पहले कोई टीकाकरण नहीं था, लेकिन अब लोगों को टीका लगाया गया है और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित की है.
बाहर जाने पर मास्क जरूर लगाएं
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यदि आप बाहर जा रहे हैं और विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर तो मास्क (Face Mask) अवश्य पहनें. बुजुर्गों को बाहर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है. हालांकि अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की संभावना कम है.
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