नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी की छाया के बीच संसद आज से 18 दिन के मानसून सत्र के लिए पूरी तरह तैयार है. सत्र ऐसे समय आयोजित हो रहा है जब देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. 11 सांसद हुए कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. आज से शुरू हो रहे संसद सत्र में कई अन्य सांसद भी बीमारी के कारण नहीं कर शिरकत पाएंगे. 6 राज्यसभा और 5 लोकसभा सांसद कोविड टेस्ट फेल हो गए, 33 से ज्यादा सांसदों का रिजल्ट आना अभी बाकी है.
संक्रमण के चलते इस बार आधा दिन लोकसभा और आधा दिन राज्यसभा की कार्यवाही होगी. लोकसभा की कार्यवाही आज सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक जबकि राज्यसभा की दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक चलेगी. जबकि बाकी दिनों में राज्यसभा की कार्यवाही सुबह की पाली में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक संचालित होगी, वहीं लोकसभा दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक बैठेगी.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी को श्रद्धांजलि देने के लिए आज सुबह लोकसभा की बैठक एक घंटे के लिए स्थगित की जाएगी. राज्यसभा में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सिटिंग मेंबर बेनी प्रसाद वर्मा, अमर सिंह और प्रख्यात संगीतज्ञ पंडित जसराज सहित 19 दिवंगत विभूतियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होगा जबकि लोकसभा में ‘होम्यौपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020’ और ‘भारतीय औषधि केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020’ को रखा जाएगा.
23 विधेयक पेश होंगे
सरकार की नजर 23 विधेयकों पर चर्चा और इसे पारित कराने पर है. इसमें 11 ऐसे विधेयक भी हैं जो अध्यादेशों का स्थान लेंगे. इनमें से चार विधेयकों का विपक्षी दल विरोध कर सकते हैं. ये चारों विधेयक कृषि क्षेत्र और बैंकिंग नियमन से जुड़े अध्यादेश का स्थान लेंगे. केंद्र सरकार को जिन 11 महत्वपूर्ण अध्यादेशों को संसद से पास करवाना है वो इस प्रकार हैं-
- संसदीय कार्य मंत्रालय से जुड़ा मंत्रियों का वेतन और भत्ता (संसोधन) अध्यादेश.
- सांसदों के वेतन, भत्ता और पेंशन (संसोधन) अध्यादेश.
- महामारी रोग (संसोधन) अध्यादेश.
- टैक्सेशन और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) अध्यादेश.
- होमियोपैथी सेंट्रल कौंसिल (संसोधन) अध्यादेश.
- भारतीय दवाई सेंट्रल कौंसिल (संसोधन) अध्यादेश.
- एसेंशियल कॉमोडिटी (संसोधन) अध्यादेश.
- इंसोल्वेंसी और दिवालिया बैंकक्रप्सी कोड (संसोधन) अध्यादेश.
- कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (प्रोमोशन और फैसिलिटेशन) अध्यादेश.
- किसान मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर समझौता (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) अध्यादेश
- बैंकिंग रेगुलेशन( संसोधन) अध्यादेश. विपक्षी दलों के तेवर को देखते हुए लगता है कि सत्र काफी हंगामेदार होगा.
विपक्ष की सीमा पर गतिरोध, महामारी, अर्थव्यवस्था पर चर्चा की मांग
मानसून सत्र में सीमा पर गतिरोध, कोरोना वायरस महामारी से निपटने और आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दे छाए रहने की संभावना है. विपक्षी पार्टियां इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराना चाहती हैं, वहीं सरकार की नजर करीब दो दर्जन विधेयकों को पारित कराने पर है.
विपक्षी दलों ने महामारी से निपटने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और लद्दाख में सीमा पर चीनी आक्रामकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरने का फैसला किया है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की पहली बैठक में इन मांगों को उठाया लेकिन इन चर्चाओं के लिए अब तक समय नहीं दिया गया है. लोकसभा के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक एक बार फिर 15 सितंबर को होगी. इसमें पहले सप्ताह के लिए कार्य को लेकर मुद्दों पर चर्चा होगी. कांग्रेस ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति में भी इसी तरह की मांग की.
इस बार नहीं बनेगा खाना
मानसून सत्र के दौरान संसद की मशहूर कैंटीन में इस बार सांसद लजीज व्यंजन का लुफ्ज नहीं उठा सकेंगे. केवल पैक्ड खाद्य सामग्रियां हीं उपलब्ध होंगी. मांसाहारी व्यंजनों को छोड़कर, सत्र के दौरान संसद में परोसे जाने वाले अन्य व्यंजन और स्नैक्स को उत्तरी रेलवे द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में इसके बंगाल स्वीट्स वेंडर के माध्यम से मंगाया जाएगा.
उत्तरी रेलवे 1968 से संसद में खानपान सेवाएं प्रदान कर रहा है. कड़े कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण, वर्तमान चालू कैंटीनों में से तीन में केवल चाय, कॉफी और कहवा बनाए जाएंगे. यहां चीज रोल 28 रुपये में, खस्ता कचौड़ी 10 रुपये में, समोसा 10.90 रुपये में, वेजिटेबल सैंडविच 19.75 रुपये में, वेजिटेबल पेट्टी 25 रुपये में, पनीर पकौड़ा 15.90 रुपये में, वेजिटेबल कबाब 75 रुपये में, गुलाब जामुन 15.40 रुपये में मिलेंगे.
ये भी पढ़ें-
फारूक अब्दुल्ला संसद सत्र में शामिल होने पहुंचे दिल्ली, सोमवार से शुरू होगा सेशन
क्या बिहार चुनाव में NDA की स्टार प्रचारक होंगी कंगना रनौत, जानिए देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा है